सोलन : शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज हिमाचल प्रदेश में अटल रैंकिंग इन इंस्टीट्यूशंस ऑफ इनोवेशन एंड अचीवमेंट्स (एआरआईआईए) में शीर्ष निजी विश्वविद्यालय के रूप में उभरा है। मंगलवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक आभासी समारोह में रैंकिंग की घोषणा की गई। यह रैंकिंग विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थान, विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों, सरकारी संस्थानों, प्रतिष्ठित और निजी संस्थानों जैसे विभिन्न श्रेणियों में दिया गया।
देश के शीर्ष पांच निजी संस्थानों में, जिन्हें व्यक्तिगत रूप से अटल रैंकिंग में नामित किया गया है, उनमें एक ओडिशा से हैं और चार तमिलनाडु के हैं।
शूलिनी विश्वविद्यालय को छह से 25 तक के बैंड में रखा गया है और हिमाचल प्रदेश से ईस बैंड में रैंकिंग लेने वाला एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है।
कुलपति प्रो पीके खोसला ने इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह बेहतर होता अगर विश्वविद्यालयों को अलग-अलग रैंक दिये जाते बजाय विभिन्न बैंड और ब्रैकेट के । उन्होंने बताया कि छह से 25 बैंड में उत्तरी क्षेत्र से केवल तीन विश्वविद्यालय थे। प्रो खोसला ने कहा कि “यह भी बेहतर होता अगर मंत्रालय रैंकिंग में सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों की एक संयुक्त सूची तैयार करता । इससे सरकार द्वारा संचालित कई संस्थाएँ सामने आ जाती, जो सरकार से भारी धन प्राप्त करती हैं”। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) को भी व्यक्तिगत रैंकिंग देनी चाहिए, न की संयुक्त बैंड । शूलिनी विश्वविद्यालय को पिछले चार वर्षों में 101-150 रैंक पर रखा गया है।