अन्तरराष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव की पहली कड़ी के रूप में शिमला के दौलत सिंह पार्क में दो दिवसीय अन्तर विद्यालय स्थलीय चित्रकला की कनिष्ठ वर्ग प्रतियोगिता का शुभारम्भ आज उपायुक्त शिमला राजेश्वर गोयल ने किया।
इस अवसर पर राजेश्वर गोयल ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव का मुख्य उद्देश्य जहां पर्यटन को बढ़ावा देना एवं देश तथा प्रदेश की समृद्ध संस्कृति को जन-जन तक पंहुचाना है वहीं इस उत्सव के माध्यम से उभरती प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मंच भी प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित करवाने से समूचे क्षेत्र की प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता हैl
उपायुक्त ने प्रतियोगिता के लिए उपस्थित छात्रों से आग्रह किया कि वे पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न रचनात्मक कार्यों में भाग लें। उन्होंने कहा कि सभी में कुछ न कुछ प्रतिभा होती है तथा उचित प्रोत्साहन एवं नियमित अभ्यास से प्रतिभा विश्व पटल पर अपनी पहचान बना सकती है।
इस तरह से रहेंगे कार्यकर्म
प्रतियोगिता के पहले दिन आज शिमला एवं आस-पास के 20 विद्यालयों के 7वीं से 9वीं कक्षा के 40 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
प्रतियोगिता के दूसरे दिन 28 मई, 2019 को वरिष्ठ वर्ग में 20 विभिन्न विद्यालयों के 10वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थी भाग लेंगे।
ये रहेंगे विषय
चित्रकला प्रतियोगिता में चित्रण के लिए पर्यावरण, स्वच्छ शिमला तथा अन्तरराष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव विषय रहेंगे।
निर्णायक मंडल
भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग के कमर्शिअल आर्टिस्ट प्रीतम पाल शर्मा, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक बलविन्दर कांगड़ी तथा व्यावसायिक कलाकार दिनेश अत्री प्रतियोगिता में निर्णायक मण्डल के रूप में उपस्थ्ति रहे।
परिणाम
कनिष्ठ वर्ग में दयानंद पब्लिक स्कूल शिमला की वंशिका प्रथम, ताराहाल पब्लिक स्कूल की विशुधा सूद द्वितीय तथा डी.ए.वी लक्कड़ बाजार की साक्षी शर्मा तृतीय स्थान पर रही। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संजौली के सुनील कुमार को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया।
ये भी रहे उपस्थित
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था प्रभा राजीव, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकोल नरेश ठाकुर, जिला भाषा अधिकारी त्रिलोक सूर्यवंशी, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेंद्र जस्टा, अध्यापक तथा प्रतिभागी उपस्थित थे।