एसपी सिरमौर खुशहाल शर्मा बोले भारी मात्रा में रॉ मेटेरियल किया बरामद
नाहन पंजाब के अमृतसर में पकड़ी गई नशीली दवाइयों के तार सिरमौर जिला के पांवटा साहिब से जुड़ गए है। जिसके बाद पंजाब पुलिस की टीम ने देर रात पावटा साहिब की एक फार्मा कंपनी में दबिश दी और यहाँ सब बड़ी मात्रा में नशीली दवाइयां बरामद की है। नाहन में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी सिरमौर खुशहाल शर्मा ने बताया कि बीती 18 मई को अमृतसर में पंजाब पुलिस ने 4 लोगों से बड़ी मात्रा में नशीली दवाइयां बरामद की थी और पूछताछ करने पर पता चला कि यह दवाइयां पोटा साहिब की एक फार्मा उद्योग से सप्लाई हुई है। पंजाब पुलिस की एक टीम ने वीरवार देर शाम फार्मा उद्योग में दबिश दी जहां से करीब 30 लाख टेबलेट बरामद की गई है जिसकी कीमत करीब ₹15 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इस मामले में पंजाब पुलिस ने फार्मा कंपनी के एक शख्स को हिरासत में लिया है। एसपी सिरमौर खुशहाल शर्मा ने बताया कि पंजाब पुलिस ने हिमाचल पुलिस का भी सहयोग मांगा था जिसके बाद यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। उन्होंने कहा कि फार्मा उद्योग के पास इस दवा को बनाने का लाइसेंस था मगर इस बात को लेकर जांच की जा रही है कि जिन दवाओं की सप्लाई दिल्ली को जानी थी वह पंजाब कैसे पहुंच गई। एसपी ने कहा कि हिमाचल पुलिस भी नशे के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है और पिछले कुछ माह मे नशे के बड़े सौदागरों को जेल की हवा खिलाई है। गौर हो कि पंजाब के अमृतसर की पुलिस टीम ने हिमाचल प्रदेश के पांवटा की एक दवा कंपनी में दबिश दी। अमृतसर में बड़ी मात्रा में नशीली दवाइयां पकड़ी गई। इन दवाइयों पर पांवटा की एक कंपनी का नाम और पता लिखा बताया जा रहा हैं। जिसके बाद एनडीपीएस एक्ट मामले में पांवटा पुलिस का सहयोग लेकर पंजाब पुलिस टीम कंपनी के दस्तावेजों को खंगाला। शुक्रवार सुबह तक कार्रवाई जारी रही। बताया जा रहा है कि इस दौरान पुलिस टीम ने भारी मात्रा में नशीले कैप्सूल समेत दवा की खेप बरामद की है। इन दवाओं में पांवटा के देव नगर रामपुर घाट मार्ग पर स्थित एक दवा इकाई का नाम-पता अंकित बताया जा रहा है। पंजाब की पुलिस टीम ने सिरमौर दवा नियंत्रक व पांवटा पुलिस टीम का सहयोग लेकर छापामारी की है।
क्या कहते है सहायक दवा नियंत्रक सिरमौर
ड्रग्स विभाग के सहायक ड्रग कंट्रोलर सनी कौशल ने बताया कि ड्रग महकमे को भी पंजाब पुलिस द्वारा सूचित किया गया था जिसके बाद ड्रग महकमा भी कार्रवाई में शामिल हुआ था। उन्होंने कहा कि फिलहाल फार्मा उद्योग का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है और आगामी आदेशों तक यहां किसी तरह की दवाओं का कोई उत्पादन नहीं होगा। उन्होंने बताया कि जिन दवाओं को बरामद किया गया है उसका इस्तेमाल चिकित्सकों के परामर्श पर किया जाता है मगर मौजूदा में असामाजिक तत्व इसका नशे के रूप में भी इस्तेमाल कर रहे है।