अनजान लिंक पर क्लिक न करें
समय-समय पर अपडेट करे बैंक खाते की पास बुक
सावधान! साइबर ठग अब पेंशनधारकों को झांसे में फंसाकर उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं। साइबर ठग खुद को बैंक कर्मी बताकर पेंशनधाराकों से बैंक संबंधि जानकारी पूछ रहे हैं। इस तरह के झांसे में फंसाकर शातिर पेंशनधारकों के बैंक खातों से राशि उड़ा रहे हैं। प्रदेश में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। शातिर साइबर ठगी के लिए आए दिन नए-नए हथकंडे अपनाकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। शातिर अलग-अलग तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। शातिर लॉटरी, इनाम, एटीएम ब्लॉक होना, बैंक खाता वेरिफिकेशन कराने जैसी बातों में फंसाकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
शातिर लोगों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारी हासिल कर बैंक खातों से पैसा उड़ा रहे हैं। बैंक, आरबीआई, इंश्योरेंस कंपनियों के कर्मचारी बनकर डेबिट, क्रेडिट कार्ड, आधार और पैन कार्ड की डिटेल लेकर शातिर लोगों को चूना लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंक खाते से जुड़ी जानकारी साझा न करं, बैंक खाते से जुड़ी ठगी के लिए साइबर क्रिमिनल आपके बैंक खाते और एटीएम से जुड़ी जरूरी जानकारियों के ही सहारे होते हैं। एडिशनल एसपी साइबर क्राइम भूपेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि डिजिटल तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल के साथ साइबर क्राइम के मामलों में दिन-प्रतिदिन इजाफा हो रहा है।
अपडेट करते रहें पासबुक
एएसपी भूपेंद्र सिंह नेगी पैंशनधारकों के लिए सावधानी बरतने के लिए कहा है। एएसपी ने कहा कि पेंशन धारक स्वयं बैंक में जाकर एसएमएस अलर्ट को चालू करवाए। सभी पेंशन धारक अलर्ट रहे कि यदि उन्हें किसी अंजान नंबर से फोन आए तो उसके साथ अपनी कोई भी गोपनीय जानकारी न दें
