चंबा-खजियार मार्ग पर मंगला के समीप पहाड़ी दरकने के कारण मलबे में दबी पोकलेन तथा ऑपरेटर 11 दिन बाद मिले हैं। हादसे के 11वें दिन सुंदरनगर का रवि मृत मिला। प्रशासन व एनडीआरएफ की टीम कड़ी मशक्कत से मशीन ऑपरेटर की तलाश में जुटी थी। लेकिन शुक्रवार को परिजनों की उम्मीदें धूमिल हो गईं। परिजनों को कोई करिश्मा होने की उम्मीद थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रवि पोकलेन मशीन में दबा हुआ मिला।
मंगला के समीप पहाड़ी दरकने के कारण ऑपरेटर पोकलेन मशीन समेत दब गया था। सर्च अभियान के दौरान पोकलेन तथा ऑपरेटर को खोजने के लिए लाइफ डिटेक्टर, मेटल डिटेक्टर का सहारा भी लिया गया। लेकिन मलबा इतनी भारी मात्रा में गिरा था कि 11 दिन तक कोई सुराग तक नहीं मिला। इस दौरान रवि के परिजनों ने देवी-देवताओं के गुरों का सहारा लेकर भी उसे तलाशने का प्रयास किया, लेकिन सब असफल रहा। पांच पोकलेन, दो डोजर, चार जेसीबी और सात टिप्पर द्वारा मलबा हटाने का कार्य किया गया।