मंडी : मंडी जिला के करसोग उपमंडल की शाहोट पंचायत के स्यांजली गांव में रंगड़ों के काटने से तीन साल की बच्ची की और मां की मौत हो गई जबकि दादी की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई थी। शनिवार को उपचार के दौरान बच्ची की मां की भी मौत हो गई। इन्हें कल ही आइजीएमसी शिमला रेफर किया गया था। बच्ची की दादी की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। तीन वर्षीय शिवानी वीरवार शाम साढ़े पांच बजे के करीब दादी व मां के साथ खेत गई हुई थी। खेत में जैसे ही सास-बहू ने घास काटना शुरू किया, उसी समय घास के बीच से निकले रंगड़ों ने हमला कर दिया।
एक साथ बड़ी संख्या में रंगड़ों के हमला करने से सास-बहू व बच्ची को संभलने का मौका तक नहीं मिला। बच्ची का पिता सेब सीजन के लिए किन्नौर गया हुआ है। महिलाओं के चिल्लाने की आवज सुनकर गांव वाले मौके पर पहुंचे। धुआं डालकर रंगड़ों को भगाया। इसके बाद ग्रामीणों ने पीठ पर उठाकर तीनों को गाड़ी तक पहुंचाया। उन्हें रात करीब सवा नौ बजे करसोग अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान बच्ची की मौत हो गई। महिलाओं को प्राथमिक उपचार के बाद आइजीएमसी रेफर किया गया। 25 वर्षीय कौशल्या देवी की आज मौत हाे गई व उसकी 50 वर्षीय सास रोशनी देवी की हालत गंभीर बनी हुई है। थाना प्रभारी करसोग रंजन शर्मा ने मामले की पुष्टि की है।
रंगड़ों के काटने से हुई बच्ची की मौत पर परिवार को प्रशासन की ओर से कोई राहत प्रदान नहीं की गई है। एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है नियमों में रंगड़ों के काटने से हुई मौत पर राहत का कोई प्रावधान नहीं है।