कांगड़ा : जवाली के तहत कुठेहड़ में महिला की संदिग्ध हालात में मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने घर के पास ही सड़क किनारे शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी गुस्साई भीड़ की बहस हो गई। सड़क किनारे इस तरह शव जलाने पर पुलिस ने मायके पक्ष के लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। पुलिस की ओर से की गई वीडियोग्राफी में जो लोग दिख रहे हैं, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। वहीं, एसपी कांगड़ा ने स्थिति पर नियंत्रण न रख पाने पर डीएसपी जवाली और कोटला पुलिस चौकी प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
महिला के मायके पक्ष का कहना था कि वह सुबह से पंचायत प्रधान को मौके पर बुला रहे थे। लेकिन कोई वहां नहीं पहुंचा और न ही अन्य कोई ग्रामीण आया। संस्कार में किसी भी स्थानीय व्यक्ित का सहयोग न मिलने पर मायके पक्ष से आए लोगों ने घर के बाहर सड़क किनारे ही शव जला दिया।
मायके पक्ष ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया था, जिसके बाद महिला के पति, सास और ससुर को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा था। लेकिन फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा। मायके पक्ष के संगीन आराेपों और गुस्से के बाद पुलिस ने विवाहिता के पति व सास-ससुर को गिरफ़तार कर लिया है।
महिला की मां गुड्डी देवी पत्नी प्रताप चंद निवासी डडोला, हारचकियां ने थाने में इस संबंध में शिकायत भी दर्ज करवाई है। महिला का कहना है उनकी बेटी उषा देवी की शादी अर्जुन सिंह पुत्र सूरत सिंह निवासी कुठेड़ से हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका दामाद बेटी से लगातार मारपीट करता था। उन्होंने ससुराल वालों पर भी प्रताडि़त करने का आरोप लगाया था। शुक्रवार को जवाली थाने में हंगामा भी हुआ था। इसके बाद पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन और डीएसपी जवाली ओंकार सिंह मौके पर पहुंचे थे।