24 घंटे में छह करोड़ का नुकसान सुंदरनगर में सबसे ज्यादा बारिश
प्रदेश भर में बीते चौबीस घंटे के दौरान सुंदरनगर में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज हुई है। यहां 36.8 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। इसके अलावा राजगढ़ में 19.0, मंडी में 16.6, रेणुका में 15.2, कसोल में 13.0 , पंडोह में 12.0, पावंटा साहिब में 8.2, करसोग में 8.1, गोहर में 7.0, सोलन में 4.4, सराहन में 2.0 , सैंज में 2.0 व मशोबरा 0.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने आगामी छह दिन के लिए यलो अलर्ट जारी किया है और इस दौरान प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज बारिश होने की संभावना है।
धर, बीते 24 घंटे के दौरान छह करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। प्रदेश भर में अब नुकसान का आंकड़ा बढक़र 183 करोड़ रुपए पहुंच गया है। नुकसान में यह बढ़ोतरी पीडब्ल्यूडी के ताजा आंकड़े सामने आने के बाद हुई है। पीडब्ल्यूडी का नुकसान बढक़र 112 करोड़ रुपए हो गया है। प्रदेश भर में 15 सडक़ें बंद हैं।
अब तक 29 लोगों की मौत
पीडब्ल्यूडी ने इनमें से 12 सडक़ों को आगामी 24 घंटे के दौरान बहाल करने की बात कही है। इनमें मंडी जोन में सबसे ज्यादा दस, हमीरपुर में तीन और शिमला में दो सडक़ें बाधित हैं, जबकि 958 पेयजल योजनाएं बाधित हुई हैं और इनमें से 914 पेयजल योजनाएं दोबारा से शुरू करवा दी गई हैं। मानसून सीजन में अभी तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है।
24 घंटे में छह करोड़ का नुकसान सुंदरनगर में सबसे ज्यादा बारिश
प्रदेश भर में बीते चौबीस घंटे के दौरान सुंदरनगर में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज हुई है। यहां 36.8 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। इसके अलावा राजगढ़ में 19.0, मंडी में 16.6, रेणुका में 15.2, कसोल में 13.0 , पंडोह में 12.0, पावंटा साहिब में 8.2, करसोग में 8.1, गोहर में 7.0, सोलन में 4.4, सराहन में 2.0 , सैंज में 2.0 व मशोबरा 0.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने आगामी छह दिन के लिए यलो अलर्ट जारी किया है और इस दौरान प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज बारिश होने की संभावना है।
धर, बीते 24 घंटे के दौरान छह करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। प्रदेश भर में अब नुकसान का आंकड़ा बढक़र 183 करोड़ रुपए पहुंच गया है। नुकसान में यह बढ़ोतरी पीडब्ल्यूडी के ताजा आंकड़े सामने आने के बाद हुई है। पीडब्ल्यूडी का नुकसान बढक़र 112 करोड़ रुपए हो गया है। प्रदेश भर में 15 सडक़ें बंद हैं।
अब तक 29 लोगों की मौत
पीडब्ल्यूडी ने इनमें से 12 सडक़ों को आगामी 24 घंटे के दौरान बहाल करने की बात कही है। इनमें मंडी जोन में सबसे ज्यादा दस, हमीरपुर में तीन और शिमला में दो सडक़ें बाधित हैं, जबकि 958 पेयजल योजनाएं बाधित हुई हैं और इनमें से 914 पेयजल योजनाएं दोबारा से शुरू करवा दी गई हैं। मानसून सीजन में अभी तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है।