सहायक आयुक्त लाहौल स्पीति संकल्प गौतम ने की अध्यक्षता
रेणुका गौतम,लाहौल स्पीति : “ज़िला में वित्तीय जागरूकता एवं वित्तीय साक्षरता शिविरों के आयोजन से लोगों को अधिक से अधिक लाभान्वित करना ज़रूरी है। जिसके लिए प्रदेश व केंद्र सरकार की विभिन्न विकासात्मक एवं स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं पर आधारित गतिविधियों को लेकर जिला के सभी बैंक प्रबंधन प्राथमिकता रखें”, यह निर्देश सहायक आयुक्त संकल्प गौतम ने दिए। वह जिला अग्रणी बैंक प्रबंधन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित समस्त बैंकों की 49 वीं जिला स्तरीय जिला सलाहकार समिति और जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होनें जिला के सभी बैंक प्रबंधन अधिकारियों को कहा कि जिला में विभिन्न पंचायतों में स्वयं सहायता समूहों के हित धारकों सहित महिलाओं की वित्तीय साक्षरता शिविरों में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित बनाने के लिए तय मापदंडों के अनुरूप जल्द शेड्यूल जारी करें। और उद्योग, कृषि,उद्यान व ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी भी समन्वय स्थापित करें। ताकी लोगों को शिविरों के माध्यम से अधिक से अधिक लाभान्वित किया जा सके।
समीक्षा बैठक में विभिन्न बैंक शाखाओं द्वारा संचालित जनहित से जुड़े विकासात्मक मुद्दों पर नाबार्ड के डीडीएम ऋषभ ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी एवं एजीएम आरबीआई शिमला से आनंद भी ऑनलाइन जुड़े रहे।बैठक का संचालन करते हुऐ जिला अग्रणी प्रबंधक नोरबू छेरिंग ने बताया कि राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति द्वारा जिला लाहौल और स्पीति के लिए वार्षिक ऋण योजना के तहत 107.69 करोड की धनराशि अनुमोदित की है। जिसमें कृषि क्षेत्र में 79.71 करोड़ की धनराशि जारी की है। जिला के सूक्ष्म व लघु उद्यम क्षेत्र के तहत 20.57 करोड़ एवंअन्य प्राथमिकता क्षेत्र में 7.41 करोड़ रुपये का लक्ष्य आवंटित किया गया है।
उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि सभी सदस्य बैंक वार्षिक ऋण योजना 2023-24 के तहत आवंटित लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने के लिए प्रयासरत रहे। सहायक आयुक्त ने जिला में प्राकृतिक खेती को भी बल प्रदान करने के की बात भी की। उन्होंने कहा कि इस मकसद से काजा, लाहौल व उदयपुर में किसान उत्पादन संगठन के समूहों को भी जल्द क्रियाशील किया जा रहा है।
जिला के नकदी फसलों मटर,गोभी सेब व सीबकथोर्न के उत्पादन को मंडियों में उचित दाम दिलवाने के लिए बाजार पहुंच, विविधीकरण, मूल्य वर्धित, प्रसंस्करण और निर्यात को बढ़ावा देने पर भी कहा। और कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य, कृषि आधारित रोजगार के अवसर पैदा करने को लेकर कृषि उत्पादन समूह दृष्टिकोण पर संबंधित अधिकारी तथा कृषि विभाग के नोडल अधिकारी प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित बनाएं।
उन्होंने जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के अधिकारी को भी निर्देशित करते हुए कहा कि जिला के स्वयं सहायता समूहों के स्थानीय उत्पादों के विक्रय केंद्र के लिए उचित स्थल का भी निर्धारण सुनिश्चित बनाएं। ताकि जिला के स्थानीय उत्पादों अलग पहचान मिल सके। बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र लाहौल छिमे अंगमो, उपनिदेशक पशुपालन डॉ अमिताभ ठाकुर, जिला उद्यान अधिकारी रोशन आनंद, जिला कृषि अधिकारी अमनदीप सैनी सहित बैंक शाखाओं के प्रबंधक भी मौजूद रहे।