शिमला : साइबर देश के अन्य हिस्सों के साथ साथ शिमला में भी अपनी जड़े फैला चुका है l छोटे ओहदेदारों के साथ साथ डॉक्टरों, प्रोफेसरों के बाद सरकार में बड़े ओहदों पर रहे अधिकारी भी साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं। शातिरों ने पूर्व आइएएस अधिकारी को निशाना बनाया है। उनके बैंक खाते से करीब एक लाख रुपये उड़ाए गए हैं। कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) में ठगों की लोकेशन पश्चिम बंगाल आई है। प्रारंभिक जांच के बाद स्टेट सीआइडी के साइबर सेल ने एफआइआर दर्ज कर ली है।
पूर्व आइएएस अधिकारी ने एटीएम कार्ड के जरिये दस हजार रुपये निकालने चाहे, लेकिन पैसे नहीं निकले। राशि उनके खाते से माइनस हो गई। उन्होंने संबंधित बैंक में शिकायत दर्ज करवाई तो अधिकारियों ने कहा कि उनका प्रतिनिधि इस बारे में बात करेगा। इस बीच, शाम को बैंक प्रतिनिधि के नाम से मोबाइल फोन पर कॉल आई। पहले तो उसने पूरी घटना का ब्योरा लिया और फिर एक लिंक भेजा। उन्हें मोबाइल फोन से एक नंबर पर एसएमएस भेजने को कहा गया। जैसे ही एसएमएस भेजा तो पूर्व अधिकारी के खाते से99 हजार रुपये उड़ा लिए गए। इस पर उन्हें आभास हो गया कि यह कॉल बैंक प्रतिनिधि ने नहीं, बल्कि किसी शातिर ठग ने की थी। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत साइबर सेल से की। प्रारंभिक जांच से पता चला कि उन्हें कॉल बैंक के टोल फ्री नंबर से नहीं बल्कि मोबाइल फोन से आई थी।