स्वयं सहायता समूह की महिलाएं क्रोशिए से तैयार कर रही आर्कषक सजावटी वस्तुएं
रेणुका गौतम, कुल्लू : कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो गृहणियां अपनी कला के माध्यम से भी जहां अपनी विशेष पहचान बन सकती है तो वही घर में आर्थिक तौर पर सहायता कर सकती है। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी ऐसी महिलाएं इस बात का बेहतरीन उदाहरण है। कल्लू के गांधीनगर के शिव-शिवा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं हाथों से बनाई करते हुए विभिन्न सजावटी वस्तु तैयार करके आज अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर बना रही है।
यह महिलाएं जहां विभिन्न प्रकार के आकर्षण वस्तुएं जैसे खिलौने स्कूल बैग्स, गुलदस्ते और रंग- बिरंगे फूल इत्यादि तैयार करके जहां अपना हुनर दुनिया के सामने ला रही है। साथ ही इस कला के जरिए ही यह महिलाएं अपनी आजीविका को बेहतर भी बना रही है।
शिव शिवा स्वयं सहायता समूह की प्रमुख चित्रलेखा ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वयं सहायता समूह 2020 में तैयार किया गया था। जिसमें पांच महिलाएं जुड़ी हुई है, इन सभी महिलाओं ने धागे से बनाई की कल को आगे बढ़ते हुए आजीविका कमाने का फैसला लिया। जब इन महिलाओं ने NULM यानी नेशनल अर्बन लाइवलीहुड मिशन को लेकर जानकारी ली। तो उन्होंने NULM के तहत स्वयं सहायता समूह को पंजीकृत करवाकर ₹2,00,000 की मदद प्राप्त की।
कार्य के सफल होते ही यह महिलाएं शीघ्र इतनी सक्षम हो गई कि उन्होंने शीघ्र ही मदद के तौर पर प्राप्त ₹2,00,000 को भी वापस चुका दिया है। बुनाई से तैयार बेहद आकर्षक और सजावटी वस्तुओं को लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है।