एनएसआइसी के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक गोपाल स्वाईका रहे मुख्यातिथि
धार्मिक गुरु सुधांशु जी महाराज एवं प्रमोद कृष्णम भी हुए शामिल
रेणुका गौतम, कुल्लू : जिला कुल्लू के अंतर्गत आने वाले घोड़दौड़ में शास्त्रा सोसाइटी द्वारा कंप्यूटर लैब एंड लाइब्रेरी का विधिवत उद्घाटन किया गया। राष्ट्रीय लघु उद्योग लिमिटेड की सीएसआर गतिविधियों के तहत किए गए प्रयासों से ऐसा संभव हो पाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनसीआईएस के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक गोपाल स्वाईका रहे। यहां धार्मिक गुरु सुधांशु जी महाराज सहित प्रमोद कृष्णम विशेष तौर से शामिल हुए।
गरीब एवं जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए शास्त्रा सोसायटी द्वारा समय-समय पर विभिन्न कदम उठाए जाते हैं। जिसके तहत बेसहारा महिलाओं के बच्चों को मुफ्त में उच्च शिक्षा देने और रहने की व्यवस्था करना, तो कभी उन्हें उच्च अध्ययन के लिए आगे भेजने की व्यवस्था की जाती है। इसी कड़ी के चलते आज घोड़दौड़ में शास्त्रा सोसायटी द्वारा कंप्यूटर लैब एंड लाइब्रेरी का शुभारंभ किया गया। इस कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी की स्थापना राष्ट्रीय लघु उद्योग लिमिटेड की सीएसआर गतिविधियों के तहत प्रधान ₹15 लाख रुपए के बजट से संभव हो पाई। इस मौके पर एनएसआईसी ( National Small Industries Corporation) के वरिष्ठ शिक्षा का प्रबंधन (चंडीगढ़) से गोपाल स्वाइक बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। खास बात यह रही कि इस मौके पर देश के प्रसिद्ध धार्मिक गुरु सुधांशु जी महाराज एवं प्रमोद कृष्णम विशेष तौर से मौजूद रहे और वहां पर उपस्थित जनता को इस मौके पर आशीष प्रदान किया।
मुख्यातिथि गोपाल स्वाईका ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि राष्ट्रीय लघु उद्योग लिमिटेड के तहत इस तरह के कार्य समय-समय पर किए जाते हैं। और भविष्य में भी जितना संभव हो सके अपनी ओर से उनके मंत्रालय द्वारा यथासंभव योगदान दिया जाता रहेगा, ताकि गरीब बच्चे अपना उत्थान बेझिजक कर सके।
तो वहीं शास्त्रा सोसायटी के प्रमुख ऋषिपाल डडवाल ने भी इस मौके पर खुशी जाहिर की और मीडिया से मुखातिम होते हुए कहा कि उनकी समिति समय-समय पर ऐसे कदम उठाती रहती है। उनका कहना है कि इससे पहले यहां पर ऐसे बच्चों के लिए उचित शिक्षा- दीक्षा और रहने के लिए एक अच्छा भवन तैयार किया गया है। लेकिन आज जिस तरह से कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी की स्थापना करके एक कदम और इस दिशा में बढ़ाया गया है, निसंदेह होनहार बच्चे इसे लाभान्वित होंगे। उनका कहना है की समाज में ऐसे बहुत से निर्धन परिवार है, बेसहारा महिलाएं हैं, निर्धन बच्चे हैं, जो होनहार है। ऐसे बच्चों के उज्जवल भविष्य में धन की कमी आड़े नहीं आनी चाहिए, यह दायित्व पूरे समाज का बनता है। इसी नजरिए को साथ लेकर चलते हुए उनकी समिति जरूरतमंद होनहार बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी इस तरह लगातार कदम उठाए जाते रहेंगे। ऋषिपाल डडवाल ने उम्मीद जुदाई है कि इस कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी के खुलने से यहां पर अध्ययनरत बच्चे और भी अधिक लाभ ले पाएंगे