आपदा में भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता जी जान से जुटा कांग्रेस नहीं आ रही नजर
केंद्र सरकार की आलोचना के बजाय अपनी प्राथमिकताओं पर ध्यान दे मुख्यमंत्री
रेणुका गौतम, कुल्लू : “वर्तमान में आपदा के समय सभी को मिलजुल कर जनसेवा में ध्यान देना चाहिए। अपनी जिम्मेदारियों को भूल दूसरे पर आरोप मढ़ने से कुछ हासिल नहीं होने वाला”, पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कुल्लू में पत्रकार वार्ता के दौरान यह बात कही।
उन्होंने इस दौरान सुक्खू सरकार द्वारा बार-बार केंद्र सरकार की आलोचना किए जाने पर सवाल उठाए। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आपदा आई है, तो राज्य सरकार की भी कुछ जिम्मेदारी होती है। मुख्यमंत्री उस पर बात नहीं करते हैं। मंत्री और सरकार के ज्यादातर नेता सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी और केंद्र को दोष देकर अपना समय काट रहे हैं।
राजनीति की वजह मुख्यमंत्री को सिर्फ आपदा प्रभावितों के राहत, राहत और राहत के काम पर फोकस करना चाहिए। जय रामठाकुर ने कहा कि वह मंडी और कुल्लू के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से हैं। कई जगहों पर अभी तक फौरी राहत भी सरकार की तरफ से नहीं पहुंच पाई है। 2023 के समय आपदा के दौरान प्रदेश भर में जो भी टूट–फूट हुई थी, आज भी वह जस की तस है। 2 साल से ज्यादा के समय में सरकार द्वारा मलबा तक नहीं उठाया जा सका। जिसकी वजह से इस बार की आपदा से और नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि मनाली मंडी नेशनल हाईवे को युद्ध स्तर पर बहाल करने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी बात की साथ ही उनसे आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का भी आग्रह किया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का एक-एक नेता और कार्यकर्ता सरकार के साथ खड़ा है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश भर के नेता आपदा राहत सामग्री लेकर चंबा भी पहुंचे हैं और लोगों को राहत सामग्री दे रहे हैं। पिछले महीने जब मंडी में भी आपदा आई थी और एक ही दिन में 42 लोगों की दु:खद मृत्यु हुई थी, हजारों की संख्या में लोग प्रभावित हुए थे। तब भी हिमाचल प्रदेश भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ही नहीं पूरे प्रदेश से लोग आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे थे और तन- मन–धन से लोगों की मदद की थी। हजारों की संख्या में कार्यकर्ता गाड़ियां भर–भर के लोगों के खाने पहनने और रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजें लेकर पहुंचे थे। आज कांग्रेस पार्टी सत्ता में है लेकिन उसके कार्यकर्ता कहां है? आपदा प्रभावित लोगों के साथ कहां खड़े हैं। कांग्रेस मानवीय संवेदना से दूर हो चुकी है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोविड के समय भी जाननकी परवाह किए बगैर प्रदेश के लोगों की सेवा की थी। हम जन सेवा के लिए राजनीति में आए हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2023 की आपदा के लिए केंद्र सरकार द्वारा अब तक 5150 करोड रुपए से ज्यादा की आर्थिक सहायता की गई है। नेशनल हाईवे और उसके आसपास हुए नुकसान को दुरुस्त करने जिम्मेदारी भी नेशनल हाईवे ने ही उठाई। राज्य सरकार ने भी 4500 करोड रुपए के विशेष पैकेज की घोषणा की। विधानसभा में सरकार द्वारा बताया गया की 2023 से अब तक मात्र 300 करोड़ रुपए ही आपदा प्रभावितों को मुआवजे के तौर पर दिए गए हैं। केंद्र सरकार द्वारा 5000 करोड़ से ऊपर की धनराशि दिए जाने के बाद भी राज्य सरकार द्वारा आपदा प्रभावितों को मात्र 300 करोड़ रुपए देने वाली सुक्खू सरकार केंद्र सरकार पर सिर्फ आरोप लगाने का काम कर रही है। मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार पर आरोप लगाने की बजाय केंद्र द्वारा दिए गए पैसे आपदा प्रभावितों तक पहुंचने पर फोकस करना चाहिए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार द्वारा इस वित्तीय वर्ष के लिए 92 हजार प्रधानमंत्री आवास हिमाचल को दिए गए हैं। इसके अलावा सेना वायु सेना,आइटीबीपी एनडीआरएफ, राहत और बचाव कार्य के लिए लगी रहती है। मणिमहेश में भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर के द्वारा 1000 से ज्यादा श्रद्धालुओं को एक दिन में रेस्क्यू किया गया है। यह हेलीकॉप्टर दुनिया के सबसे बेहतरीन हेलीकॉप्टर माने जाते हैं। हर साल प्रदेश में 3000 करोड़ से ज्यादा रुपए ग्रामीण सड़कों को बनाने और दुरुस्त करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा अलग से दिया जा रहा है। यह पैसा भी तो प्रदेश के विकास में ही लग रहा है। स्व० मनमोहन सिंह की सरकार के मुकाबले हिमाचल प्रदेश को आपदा के लिए केंद्र सरकार से मिलने वाली धनराशि 5 गुना से अधिक है।
नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि यह पहली बार हुआ है जब हिमाचल प्रदेश के सभी सांसद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ मिलकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन, जल संसाधन मंत्री सीआर पाटिल, ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिलकर हिमाचल में आई त्रासदी से प्रदेश की अधिक से अधिक मदद करने का अनुरोध किया। सरकार द्वारा बताए गए नुकसान के आंकड़े उनके सामने रखे गए और हर संभव सहायता की मांग की गई। अभी बार-बार हो रहे नुकसान से बचने के लिए आपदा प्रवाहित क्षेत्र के अध्ययन का भी अनुरोध किया। जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मल्टी सेक्टरल टीमों का गठन किया गया है। इस मौके पर उनके साथ पूर्व मंत्री गोबिंद ठाकुर, बंजारा के विधायक सुरेंद्र शौरी, कुल्लू भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।
कुल्लू के बाद नेता प्रतिपक्ष ने किया बंजार विधान सभा क्षेत्र का दौरा
नेता प्रतिपक्ष ने कुल्लू के बाद बंजार विधानसभा क्षेत्र पहुंचे और वहां पर आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर लोगों का दुख दर्द बांटा। इस दौरान उन्होंने धामन में लैंड स्लाइडिंग पॉइंट पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग 305 को युद्ध स्तर पर खोलने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि यह सड़क पर बंजार विधानसभा क्षेत्र, सराज के बाली चौकी, आनी और रामपुर विधानसभा क्षेत्र को जोड़ता है। पिछले 20 दिनों से यह सड़क यातायात के लिए बंद है। इससे एक भी बस नहीं चल पा रही है। जिसकी वजह से लोगों की सब्जियां और बागवानी के उत्पादन बाजार तक नहीं पहुंच पा रहे हैं और लोगों को बहुत भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। बंजारा होते हुए जय राम ठाकुर सराज पहुंचे और मुराह के आपदा प्रभावितों से भी मिले।