चंडीगढ़:सीबीआई की एंटी करप्शन सेल ने रिश्वत मामले में चंडीगढ़ पासपोर्ट कार्यालय के असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट और एक एजेंट को गिरफ्तार किया है|एंटी करप्शन सेल दोनों आरोपियों को मंगलवार को सीबीआई अदालत में पेश कर चुकी है|जहां सीबीआई अदालत ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है|पकड़े गए आरोपियों की पहचान नया गांव के रहने वाले एजेंट बलिंदर और पासपोर्ट कार्यालय के असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट राजीव खेत्रपाल के रूप में हुई है।पकड़ा गया असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट मोहाली का रहने वाला है और वह 2016 से पासपोर्ट ऑफिस में कार्यरत था।उसकी पोस्टिंग चंडीगढ़ के अलावा अंबाला और लुधियाना में भी रह चुकी है।
जानकारी के मुताबिक पंजाब के जिला संगरूर के रहने वाले शिकायतकर्ता जगदीप सिंह ने दी शिकायत में बताया कि वह अपने परिवार समेत रहता है और 27 जनवरी 2020 में उसने पासपोर्ट रिन्यू करवाने के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया था।वहीँ, इस दौरान उसका संपर्क सेक्टर 34 स्थित पासपोर्ट कार्यालय के बाहर आरोपी आरोपी एजेंट बलिंदर से हुआ।आरोपी बलिंदर ने उसे झांसे में लेकर कहा कि वह उसका पासपोर्ट जल्द रिन्यू करवा देगा। जिसके लिए आरोपी बलिंदर ने उससे 25 से 30 हजार रुपए में देने को कहा|जिसकी शिकायत उसने तुरंत सीबीआई के एंटी करप्शन सेल को दी।जहां एंटी करप्शन सेल ने तुरंत हरकत में आकर सोमवार शाम करीब 6:30 बजे सेक्टर 34 पासपोर्ट कार्यालय के पास ट्रैप लगाकर आरोपी एजेंट बलिंदर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
उधर, सीबीआई ने जब आरोपी एजेंट बलिंदर मामले में जानकारी ली तो आरोपी एजेंट ने सीबीआई को बताया कि यह रकम असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट को जानी थी।जिसके बाद सीबीआई ने तुरंत उसके मोबाइल फोन से असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट राजीव खेतरपाल को फोन लगाया।जिसमें रिश्वत की मांग की ऑडियो रिकॉर्डिंग सीबीआई को मिल गई।सीबीआई ने ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर आरोपी असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट को भी गिरफ्तार कर लिया।
एजेंट के जरिये रिश्वत खाता था असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट……
बताया जाता है कि, एजेंट बलिंदर पासपोर्ट दफ्तर के बाहर खड़ा रहता था और लोगों का पासपोर्ट रिन्यू करवाने और बनाने के नाम पर उनका ऑनलाइन फॉर्म साइबर कैफे में जाकर भरता था और उनसे रकम वसूलता था।पासपोर्ट कार्यालय के असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट राजीव खेत्रपाल के साथ बलिंदर यह धंधा चला रहा था|दोनों मिलकर पैसा खाते थे|