हिमाचल के लाहुल स्पीति की दो जांबाज बेटियों ने लाहुल-स्पीति में करीब 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित एलियास ग्लेशियर टॉप पर तिरंगा फहराकर साहस का परिचय दिया। लाहुल स्पीति की बेटी नन्ही पर्यावरणविद कल्पना ठाकुर व सुंदरनगर निवासी कमलेश वर्मा ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, पर्यावरण व ग्लेशियर बचाओ’ मिशन के तहत टीम के साथ इस अभियान पर गई थीं। इस दौरान उन्होंने ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ का संदेश दिया। इस मिशन में उनके साथ टीम लीडर एवं ग्रीनमैन किशन लाल के अलावा गाइड रवि चौहान शामिल थे।
13 सितंबर को कुल्लू से लाहुल के लिए रवाना हुई चार सदस्यीय इस टीम को 14 सितंबर को आरएम लाहुल-स्पीति मंगल चंद मनेपा ने केलंग से हरी झंडी देकर रवाना किया था। लाहुल स्पीति के रशल गांव से 15 सितंबर की सुबह टीम अपने मिशन के लिए रवाना हुई और करीब 18 घंटे के लंबे सफर के बाद रात को रशल गांव वापस पहुंची। दुर्गम और जोखिम भरे रास्तों को पार करते हुए यह टीम एलियास ग्लेशियर टॉप पर पहुंची। इस दौरान करीब तीन किलोमीटर लंबे ग्लेशियर को भी पार किया। टीम लीडर एवं पर्यावरणविद् किशन लाल ने बताया कि उनकी टीम का मुख्य उद्देश्य बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना है।
ग्लेशियरों को बचाने का संदेश देने के लिए उन्होंने एलियास ग्लेशियर टॉप पर तिरंगा फहराने की ठानी और उस उद्देश्य को पूरा भी किया। उन्होंने कहा कि बेटियां किसी भी कार्यक्षेत्र में बेटों से कम नहीं हैं वे हर मिशन में अपनी बेटी कल्पना ठाकुर और धर्मपुत्री कमलेश वर्मा को भी साथ ले जाते हैं। ये दोनों बेटियां लाहुल स्पीति की मूलिंग चोटी पर तिरंगा लहरा चुकी है।