बेहतरीन काम के लिए आशा वर्कर्स को इनाम, जुलाई-अगस्त के लिए दो-दो हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय
शिमला – राज्य सरकार ने प्रदेश की सभी आशा कार्यकर्ताओं को जुलाई-अगस्त के लिए दो-दो हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को यहां प्रदेश की आशा कार्यकर्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को हैरान किया है और इसके लिए चिकित्सा सेवाएं तैयार नहीं थी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश इस महामारी से प्रभावशाली तरीके से लड़ रहा है और इस संक्रमण को रोकने में प्रदेश की आशा कार्यकर्ता महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। सीएम ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं ने इन्फ्लूएंजा लक्षण वाले लोगों का पता लगाने के साथ-साथ लोगों को क्वारंटाइन नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए भी प्रेरित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए एक्टिव केस फाइंडिंग कैंपेन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अन्य मुख्यमंत्रियों को भी हिमाचल प्रदेश का अनुसरण करने और अपने संबंधित प्रदेशों में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के मरीजों की पहचान करने के लिए यह अभियान शुरू करने का सुझाव दिया है। आशा कार्यकर्ताओं ने लोगों को सामाजिक दूरी के महत्त्व के बारे में और संक्रमण फैलाने को रोकने के लिए फेस मास्क का प्रयोग करने के बारे में जागरूक करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार सामुदायिक स्तर पर संक्रमण का फैलाव रोकने में सफल रही है, जिसका श्रेय आशा कार्यकर्ताओं को जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आशा कार्यकर्ताओं की सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान की प्रधानमंत्री ने भी सराहना की है। मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव डा. आरएन बत्ता, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डा. बीबी कटोच, विशेष सचिव स्वास्थ्य डा. निपुण जिंदल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सीएम के साथ उपस्थित रहे।
फिर भी कंट्रोल में हैं हालात
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यद्यपि हमारे देश में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, पर फिर भी स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि दुनिया के 15 सबसे विकसित देशों में 4.65 लाख लोगों की जान कोरोना के कारण गई है, जबकि इन देशों की जनसंख्या 142 करोड़ है, वहीं भारत में 135 करोड़ जनसंख्या होने के बावजूद अभी तक कोरोना के कारण 13 हजार 699 मृत्यु दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समय रहते लिए गए लॉकडाउन के निर्णय को जाता है। आशा कार्यकर्ताओं ने लोगों को जागरूक करने में तथा होम क्वारंटाइन के नियमों का सख्ती से पालन करवाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, ताकि वे और उनके परिवारजन सुरक्षित रह सकें।