Monday, June 9, 2025
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शूलिनी यूनिवर्सिटी  में भारत के पहले अंडरग्रेजुएट रिसर्च प्रोग्राम समिट रिचर्स प्रोग्राम (एसआरपी) 2023 इनटेक के लिए प्रवेश प्रक्रिया आरम्भ

सोलन,  के प्रीमियर शोध केंद्रित संस्थान शूलिन यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक वर्ष 2023 के लिए अत्यधिक प्रतिस्पर्धी समिट रिसर्च प्रोग्राम के लिए आवेदन मंगाए हैं। एसआरपी देश का अग्रणी अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है जो विद्यार्थियों को अत्याधुनिक शोध में संलग्न होने का अवसर प्रदान करता है और वैज्ञानिक,शिक्षाविद एवं उद्यमी बनने की उनकी क्षमता का विकास करता है।सफलता के प्रमाणित ट्रैक के साथ एसआरपी पूरे भारत से प्रतिभाओं को आकर्षित करता है और हर राज्य के विद्यार्थी इसके लिए आवेदन करते हैं।पेटेंट और प्रकाशनों सहित अपने बेहतरीन रिसर्च आउटपुट के लिए मशहूर यह प्रोग्राम शोध एवं इनोवेशन में नई सीमाओं की खोज करने वाले लोगों के बीच बहुत ही लोकप्रिय हो गया है।रिइमेजिंड समिट रिसर्च प्रोग्राम के बारे में यूनिवर्सिटी के विज़न को साझा करते हुए फाउंडर एवं चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला ने कहा, हमारा एसआरपी विज्ञान के विद्यार्थियों को बीटेक करने और विदेशों में सर्वोच्च संस्थानों में पढ़ने या उच्च स्तर की शोध करने का अवसर प्रदान करता है।एसआरपी को बौद्धिक उत्सुकता का विकास करने और विद्यार्थियों को रोजगार की योग्यता प्रदान करने के लिए डिज़ाईन किया गया है ताकि वो उद्योग और शिक्षा जगत में आगे बढ़ सकें।यह विद्यार्थियों को शोधपत्र प्रकाशित करने,पेटेंट फाईल करने,और नेस्ले,कोग्निजेंट,एबॉट,एल्केमिस्ट,पतंजलि,वेर्का आदि संस्थानों में प्रतिष्ठित कॉर्पोरेट प्लेसमेंट पाने में समर्थ बनाता है।कई विद्यार्थी जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी, ग्लासगो यूनिवर्सिटी,टोक्यो यूनिवर्सिटी,और यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफोर्निया जैसे प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप प्राप्त करते हैं।हर बैच में केवल 30 सीटें उपलब्ध होने के कारण एसआरपी की चयन प्रक्रिया बहुत कठोर है और इसमें सफलता की दर केवल 15 प्रतिशत है। इसमें 12वीं कक्षा में 85प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को दो टेक्निकल इंटरव्यू राउंड्स के लिए भेजा जाता है जहाँ उनके अद्वितीय रिसर्च के विचारों और प्रॉब्लम सॉल्विंग की क्षमताओं का आकलन विभिन्न परिप्रेक्ष्यों में किया जाता है। एसआरपी एलुमनी द्वारा अल्पावधि में ही हासिल किए गए बेहतरीन परिणाम यहाँ के अंडरग्रेजुएट विद्यार्थियों की विलक्षण क्षमता को प्रदर्शित करते हैं जो अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों की बजाय शूलिनी यूनिवर्सिटी में अपनी तरह के इस खास कार्यक्रम में प्रवेश लेने का फैसला करते हैं।

शूलिनी यूनिवर्सिटी में डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट सौरभ कुलश्रेष्ठ ने कहा शूलिनी यूनिवर्सिटी में हम शोध एवं इनोवेशन लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे समिट रिसर्च प्रोग्राम द्वारा हमारा उद्देश्य भारत में अंडरग्रेजुएट विद्यार्थियों के लिए शोध के परिदृश्य में परिवर्तन लाना है।हम हर एसआरपी विद्यार्थी को अपने पहले वर्ष से ही पब्लिश करने और अपनी बौद्धिक संपदा की सुरक्षा करने में समर्थ बनाते हैं।हम अंडरग्रेजुएट विद्यार्थियों की अपार क्षमता को पहचानते हैं जिनके पास विस्तृत परिदृश्य और शोध की ओर गहरा झुकाव है। यह समिट रिसर्च प्रोग्राम उनकी इस महत्वाकांक्षा का उपयोग करने और उन्हें विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाईन किया गया है।

शूलिनी यूनिवर्सिटी भारत की पहली बायो टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी है जो अपनी बेहतरीन फैकल्टी,अत्याधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर,लाईव रिसर्च प्रोजेक्ट्स और सफल प्लेसमेंट के लिए मशहूर है।बायोटेक रिसर्च के लिए इसका मल्टीडिसिप्लिनरी दृष्टिकोण राष्ट्र के लिए उपयोगी विषयों जैसे फार्मास्युटिकल्स,कृषि,और डायग्नोस्टिक्स पर गहरा प्रभाव डालता है।इस यूनिवर्सिटी में अत्यधिक योग्य फैकल्टी है जिनमें से सभी के पास पीएचडी योग्यता है। इनमें से 50 प्रतिशत के पास ग्लोबल रिसर्च पोर्टफोलियो है। यहाँ विद्यार्थियों को अपने पहले वर्ष से ही लाईव रिसर्च प्रोजेक्ट दिए जाते हैं जो शूलिनी की अत्याधुनिक रिसर्च सुविधाओं द्वारा संभव होता है। ये रिसर्च सुविधाएं भारत सरकार द्वारा दिए गए अनुदान से संभव होती हैं। शूलिनी यूनिवर्सिटी सीमाओं का विस्तार कर रही है और सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर रही है और 2023 के अपने सत्र के लिए विद्यार्थियों से आवेदन मंगा रही है ताकि विद्यार्थी इस प्रतिभाशाली शैक्षणिक समुदाय का हिस्सा बन सकें। शूलिनी यूनिवर्सिटी और प्रवेश की प्रक्रिया के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए शूलिनी यूनिवर्सिटी. कॉम पर विज़िट करें या 7018007000 पर कॉल करें।

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