रेणुका गौतम
कुल्लू : उपायुक्त डाॅ. ऋचा वर्मा ने कहा कि जिला में कोविड-19 संकट से निपटने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिला के किसी भी भाग में खुले बाजार अथवा उचित मूल्य की दुकानों पर कहीं भी राशन की कमी नहीं है। जिला के सभी विकास खण्डों में सोमवार तक 20 से 30 दिनों के खाद्यान्न का भण्डार मौजूद पाया गया। इसी प्रकार फल व सब्जियों की आमद भी जिला में अच्छी है और उपभोक्ताओं को सुलभ प्राप्त हो रही हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिला में 14,21,123 क्विंटल खाद्यान्नों का भण्डारण उपलब्ध है।
उपायुक्त ने जिला में मूलभूत सुविधाओं की समीक्षा करते हुए बताया कि जिला में बिजली, पानी व सड़कों की आपूर्ति व स्थिति संतोषजनक है। जिला के विभिन्न भागों में वर्षा व तेज हवाओं के बावजूद बिजली व पानी की आपूर्ति को सुचारू रखा गया है। जिला के दुर्गम क्षेत्रों में भी लगभग सभी सड़कें खुली हैं। सोलंगनाला से रोहतांग तक राष्ट्रीय राजमार्ग छोटे वाहनों के लिए खुला है जबकि जलोड़ी पास में कोई अवरोध नहीं है।
जिला में डीजल व पैट्रोल के स्टाॅक की बात करें तो सभी विकास खण्डों में 3,10,629 लीटर पैट्रोल जबकि 3,59,787 लीटर डीजल की सोमवार तक उपलब्धता रिकार्ड की गई है।
डाॅ. ऋचा वर्मा ने सभी लोगों से अपील की है कि सभी जगहों पर एक से दो गज की दूरी बनाए रखें। घरों से बाहर बिना फेस कवर के न निकलें। ये दोनों उपाय कोविड-19 के संकट से समाज को सुरक्षित कर सकते हैं, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को ईमानदारी के साथ इनका पालन करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि कफ्र्यू में ढील के दौरान बड़ी संख्या में लोग अनावश्यक ही बाजारों का रुख कर रहे हैं, जो सर्वथा उनके लिए सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि अपने वाहनों को बिना इमरजेंसी के बाजार शहर की ओर न लाएं। घर से भी खरीददारी के लिए केवल एक ही व्यक्ति निकले। ढील का अर्थ कदाचित यह नहीं है कि कोरोना संकट कम हो गया है। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से ही अभी तक जिला ग्रीन जोन में है और हम इसे हमेशा कोरोना मुक्त रखने के लिए ईमानदार प्रयास करें।