निजी बचत से 51 लाख का दान है मिसाल
भाजपा के राजनीतिक सूखे पर सुख की सरकार पड़ रही भारी
रेणुका गौतम, कुल्लू : “प्रदेश में हाल ही की प्राकृतिक आपदा के उपरांत जिस प्रकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने अपनी निजी बचत से प्रदेश आपदा राहत कोष में 51 लाख रुपए देने की पहल की है उसका अनुसरण भाजपा को भी करना चाहिए”, यह बात प्रदेश इंटक मीडिया सेल प्रभारी राजेंद्र चौधरी ने यहां जारी एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सुख की सरकार के कुशल कार्य में भी नुक्ताचीनी करनी आती है। परंतु यह नहीं दिखता कि सुख की सरकार के मुखिया ने किस तरह अपनी निजी बचत से आपदा राहत कोष में 51 लाख रुपए की धनराशि दान दी है जो कि अपने आप मे इतिहास व मिसाल है। इसके लिए बड़ा दिल व इच्छाशक्ति चाहिए।
इसका अनुसरण करने की बजाय भाजपा के कुछ लोग मुख्यमंत्री की शान में अनाप शनाप बयान बाजी कर रहे हैं जो की निंदनीय है व भाजपाइयों की कुंठा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आपदा कोष में बढ़-चढ़कर भारतीय जनता पार्टी के लोगों को भी दान देना चाहिए ताकि प्रदेश की अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत हो । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खु जमीन से जुड़े नेता हैं जिसका जीता जागता उदाहरण उनके कुल्लू दौरे के दौरान भी देखने को मिला जब वह बाढ़ प्रभावितों के साथ ही जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण करने लगे।
सुख की सरकार को शुखि सरकार कहने वाले कुल्लू के कुछ भाजपा नेता सत्ता खो देने से ऐसे क्षुब्ध हैं कि जैसे सावन के अंधे को हरा नजर आता है उन्हें भी सता खो देने के बाद हर चीज में शुखा ही नजर आ रहा है। उन्होंने भाजपाइयों को सलाह दी है कि सच्चाई का सामना करें और सच्चाई यह है कि प्रदेश की जनता उन्हें नकार चुकी है। प्रदेश मे भाजपा के लिए राजनीतिक सूखा पड़ चुका है जिस पर सुख की सरकार भारी पड़ रही है।