रेणुका गौतम, कुल्लू : जी20 दिल्ली शिखर सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश के ज़िला कुल्लू के नग्गर क्षेत्र से कुल्लवी व्हिम्स को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने हेतु चुना गया है। जो पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। यह सब संभव हो पाया है हिमाचल प्रदेश हस्तशिल्प और हथकरघा निगम लिमिटेड के सहयोगात्मक प्रयास और अक्षिता शर्मा की डिजाइन परामर्श के माध्यम से।
कुल्लवी व्हिम्स संस्था के सह संस्थापक भृगुराज आचार्य ने मुद्दे पर जानकारी देते हुए बताया कि कुल्लवी व्हिम्स जी20 सम्मेलन में “देसी ऊन” हाथ से बुने हुए, बुने हुए और बुने हुए वस्त्रों का अपना संग्रह पेश करते हुए बहुत रोमांचित है। इसमें पारंपरिक डिजाइंस वाले वस्त्रों का समकालीन डिजाइन और पेटर्न्स के साथ खूबसूरती से मिश्रण करते हुए उत्पाद तैयार किए गए हैं। यह व्यापक प्रदर्शन न केवल ऊन मूल्य श्रृंखला को प्रदर्शित करता है, बल्कि हिमाचल प्रदेश की असाधारण शिल्प कौशल को भी उजागर करता है।
भृगुराज आचार्य और निशा सुब्रमण्यम ने अपनी इस उपलब्धि पर गर्व और खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनके उत्पाद जी20 दिल्ली शिखर सम्मेलन में केंद्र स्तर पर हैं। नग्गर के कारीगर भी प्रसन्न और गौरवान्वित महसूस कर रहें हैं, क्योंकि उनके उत्पादों को कुल्लवी व्हिम्स के संयुक्त सहयोग से प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रमुखता से दिखाया गया है।कुल्लवी व्हिम्स के सह-संस्थापकों ने आगे बताया कि “हमें इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने राज्य, नग्गर, हिमाचल प्रदेश और अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है। सभी प्रतिनिधि हमारे उत्पाद खरीद रहे हैं और जी20 दिल्ली में हस्तनिर्मित उत्पादों की भरपूर सराहना की जा रही है।
गौरतलब है कि यह क्षण न सिर्फ़ ज़िला कुल्लू बल्कि संपूर्ण हिमाचल प्रदेश के लिए बेहद सम्मानजनक है। क्योंकि कुल्लवी व्हिम्स प्रदेश के बेहद खूबसूरत और असाधारण शिल्प कौशल को एक बहुत बड़े मंच पर प्रदर्शित कर रहा है।