रेणुका गौतम
श्रीखंड यात्रा के लिए रवाना हुए यात्री बेस कैंप में सुरक्षित, भोजन की उचित व्यवस्था का है इंतजाम
120 लिंक रोड़ हुए हैं बाधित, जिला के तहत आने वाले सभी एनएच भू-स्खलन के कारण बाधित
पर्यटकों से आग्रह- यात्रा न करें, जान का हो सकता है जोखिम, आने वाले 24 घंटों में भी भारी बारिश
कुल्लू,
उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा है कि जिला में बीते 30 घंटों से हो रही बारिश से भारी नुकसान दर्ज किया गया है। जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्य में लगातार जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि बारिश के रेड अलर्ट को देखते हुए निरमंड खंड के तहत होने वाली श्रीखंड यात्रा को रोकने के निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु 7 जुलाई की शाम और 8 जुलाई की सुबह यात्रा पर रवाना हुए थे उनको पार्वती बाग और भीम डवारी में रोका गया है। सभी श्रद्धालुओं की भीमडवारी लाने का प्रयास किया जा रहा है, वहां श्रद्धालुओं को भोजन व ठहरने आदि के पर्याप्त प्रबंध हैं। उपायुक्त गर्ग ने यह जानकारी कुल्लू में मीडिया से संवाद के दौरान दी।
उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि श्रीखंड यात्रा के लिए सभी बेस कैंप में अधिकारियों कर्मचारियों की तैनाती की गई है। पुलिस और पर्वतारोहण संस्थान मनाली का एक बचाव दल भी इस यात्रा के लिए तैनात किया गया है।
आशुतोष गर्ग ने जानकारी देते हुए कहा कि बीते 30 घंटों से जिले में हो रही लगातार बारिश के कारण जिले के 120 संपर्क मार्ग बाधित हुए हैं। इन मार्गों पर आवाजाही पूरी तरह ठप्प है। नेशनल हाइवे नं. 21 कुल्लू मनाली और बजौरा के बीच कई स्थानों पर भारी भू-स्खलन के कारण बाधित है। हाइवे का बड़ा हिस्सा व्यास नदी में बहने सेसे सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही रोक दी है। उन्होंने कहा कि व्यास नदी के लैफ्ट बैंक में भी संपर्क मार्गों पर जगह जगह भू-स्खलन हुआ है, जिसके कारण यातायात ठप्प है। कई स्थानों पर बड़े पुल भी नदी के जल स्तर के कारण बह गए हैं।
उन्होंने कहा कि जिला में कुल 488 डीटीआर प्रभावित हुए हैं, जिसके कारण बिजली की निर्बाध आपूर्ति में दिक्कतें पेश आ रही है। इसी तरह जल शक्ति विभाग की दर्जनों योजनाएं प्रभावित हैं। छुरुड़ू में फंसे हुए 9 लोगों को एनडीआरएफ के द्वारा रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने कहा कि लंका बेकर में भारी बारिश के कारण एक मकान के ढह जाने से उसमें दबने से एक महिला की मृत्यु का समाचार है। उपायुक्त ने कहा कि जिला में आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ, पुलिस, होम गार्ड और पर्वतारोहण संस्थान के बचाव दल तैनात हैं। उन्होंने कहा कि भारी बारिश से हुए नुक्सान से निपटने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है।
उपायुक्त ने पर्यटकों से आग्रह किया है कि वह नीयत स्थान पर ही रहें। आने वाले 24 घंटों में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके चलते सड़कों को यातायात के लिए पूरी तरह से खोल पाना संभव नहीं होगा। इसलिए पर्यटक जहां अभी ठहरे हैं वहीं पर रुकें। जो पर्यटक कुल्लू आने चाहते हैं उनसे भी उपायुक्त ने अपील की है कि फिल्हाल अपनी यात्रा को स्थगित कर दें। यातायात व्यवस्था सुचारू होने और भारी बारिश का दौर थमने के बाद ही यात्रा करें। उपायुक्त ने कहा कि जिला की अधिकतर नदियों और नालों मे लगातार पानी जल स्तर बढ़ रहा है। पर्यटक और आम लोग नदी नालों के समीप न जाएं। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति आपदा के कारण विकट परिस्थिती में फंस जाता है तो जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में आपातकाल नंबर 1077 पर संपर्क करें।