मानसून सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही अच्छे से चली पर विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री द्वारा पी चिदंबरम को गिरफ्तार किया जाना लोकतंत्र की हत्या बताया l बीती रात देश के पूर्व वित्त मंत्री को गिरफ्तार किया गया, जो लोकतंत्र के तहत उचित नहीं है। विपक्षी सदस्य सीटों से खड़े हो गए और नारेबाजी करने लगे। सत्ता पक्ष के भाजपा विधायक के पलट कर नारेबाजी करने लगे। इस बीच कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी और विधानसभा से वाकआउट कर दिया। पूर्व वित्त मंत्री की आइएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ़तारी हुई है। चिदंबरम की देश-विदेश में फैली हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति भी जांच के दायरे में है। आइएनएक्स मीडिया और एयरसेल मैक्सिस डील के अलावा चार अन्य मामलों में चिदंबरम की भूमिका की जांच की जा रही है।
नेता विपक्ष मुकेश अग्िनहोत्री ने सदन के बाहर मीडिया से कहा यह तौर तरीके भारत के लोकतंत्र में सही नहीं है। उन्होंने कहा इतने बड़े नेता को आधी रात को इस तरह से हिरासत में लेना सरकार प्रायोजित गुंडागर्दी है। सरकार के मंसूबे सिर्फ कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की है। उन्होंने कहा कांग्रेस विधायक इसकी निंदा करते हैं व ऐसे कृत्यों के खिलाफ सदा खड़े रहेंगे। मुकेश ने कहा भारत में अघोषित आपातकाल की स्थिति बन गई है। हर नेता के पीछे ईडी और सीबीआइ जैसी एजेंसियां डाली जा रही हैं। पूर्व वित्त मंत्री कहीं भाग नहीं रहे थे, वे मामले की जांच में लगातार सहयोग कर रहे थे। लेकिन बदले की भावना से रात के अंधेरे में हिरासत में लिया गया।वहीं, हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन दोबारा हंगामा हो गया है। पहले दो दिन ऊना प्रकरण पर हंगामा होता रहा। बुधवार को तीसरे दिन कार्यवाही सुचारू रूप से चली थी और अब चौथे दिन दोबारा हंगामा शुरू हो गया है। प्रदेश बीते दिनों हुई भारी बारिश से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है, अभी इस पर सदन में सही ढंग से चर्चा नहीं हो पाई है।