कारगिल युद्ध के समय स्कूल को पाकिस्तान से फोन पर मिली थी धमकी , अब किसी ने पहुंचा दिया पाकिस्तानी गुब्बारा
कंडाघाट : चायल के मिलिट्री स्कूल क्षेत्र में पाकिस्तान के झंडे निशान वाला एक बड़ा गुबारा मिला है । घटना कैसे हुई यह किसी को पता नहीं परन्तु सुरक्षा व देश विरोधी घटना के कारण सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर सवाल लग गया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब ढाई फुट लम्बा और एक फुट मोटा गुब्बारा जिसके बाहर चांद और अन्दर तारा बना हुआ है वह शुक्रवार शाम छह बजे के बाद चायल के मिलिट्री क्षेत्र स्नोव्यू नामक जगह के पास उड़कर एक बान के पेड़ में फंस गया ।इसको रात के समय एक साधारण गुबारे के रूप में लिया गया परन्तु शनिवार सुबह एक व्यक्ति वहां गया तो उसने यह नोट किया कि यह गुबारा पाकिस्तानी निशान वाला संदिग्ध है । इसकी जानकारी उन्होंने स्थानीय लोगों व पुलिस को दी ।
जब तक चायल पुलिस मौके पर आती स्थानीय लोगों की। मदद से चायल मिलिट्री स्कूल प्रशासन ने गुबारा अपने कब्जे में ले लिया ।
काबिले जिक्र है की चायल मिलिट्री स्कूल देश के पांच मिलिट्री स्कूलों में से एक और देश का पहला मिलिट्री स्कूल है । इस स्कूल ने देश को अनेकों सैन्य अधिकारी दिए हैं । कारगिल युद्ध के समय भी इस स्कूल को पाकिस्तान से धमकियों वाला फोन आने की घटना हो चुकी है । अब किसी ने पाकिस्तानी निशान वाला गुबारा पहुंचा दिया ।
मिलिट्री शैक्षणिक संस्थान में विदेशी मुल्ख पाकिस्तान ने पहले धमकी की घटना और अब गुबारा भेजने की घटना को अंजाम दिया है । सुरक्षा एजेंसियों ,मिलिट्री स्कूल प्रशासन , पुलिस और प्रशासन को घटना होने के बाद ही खबर लगती है । इससे सबकी कारगुजारी पर सवाल उठ रहे हैं ।
पुलिस चौकी चायल सम्पर्क किया गया तो एएसआई के काम के कारण बाहर होने पर बताया गया कि पुलिस मौके पर गई थी । घटना हुई है परन्तु जब तक पुलिस उसे कब्जे में लेती इससे पहले मिलिट्री प्रशासन ने गुबारे को कब्जे में ले लिया था ।