सोलन
डिग्रियों के फर्जीवाड़े को लेकर विवादों में आए मानव भारती विश्वविद्यालय सोलन की नींव अब पूरी तरह हिल गई है। कुछ माह में विश्वविद्यालय परिसर पर पूरी तरह ताला लगाया जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के मुताबिक अब मानव भारती विश्वविद्यालय में भविष्य के लिए कोई दाखिले नहीं होंगे। यहां फिलहाल जिन विद्यार्थियों ने वर्ष 2019-20 के लिए दाखिले लिए थे, उन्हीं की पढ़ाई पूरी करवाई जाएगी। इसके साथ ही वर्ष 2020-21 के लिए कोई नया दाखिला नहीं किया जाएगा। नियामक आयोग की योजना के मुताबिक मानव भारती विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले वे विद्यार्थी जो अब अंतिम सेमेस्टर में हैं, उनकी परीक्षाएं करवा दी जाएंगी, इसके साथ ही जिन छात्रों का अभी तक कोर्स अधूरा है, उन्हें दूसरे विश्वविद्यालय में भेजा जाएगा। अब विश्वविद्यालय खोलने पर फैसला जांच पूरी होने के बाद ही होगा। मामले की छानबीन के लिए गठित एसआइटी के अधिकारी डीएसपी सोलन रमेश शर्मा ने बताया कि अब तक मानव भारती फर्जी डिग्री मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से तीन को जमानत पर रिहा कर दिया गया है, जबकि मुख्य आरोपी व विश्वविद्यालय के चेयरमैन हरियाणा के करनाल निवासी राज कुमार राणा और पूर्व रजिस्ट्रार केके सिंह को अब भी न्यायिक हिरासत यानी जेल में ही रखा गया है। मानव भारती विश्वविद्यालय में बतौर प्रशासक तैनात राजीव कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी गई है। बच्चों की फीस के लिए विश्वविद्यालय का नया बैंक खाता खोला गया है। हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के अध्यक्ष अतुल कौशिक का कहना है विश्वविद्यालय में अब नए दाखिले करवाने की अनुमति नहीं होगी। इस मामले की जांच अब भी चल रही है। मामले की छानबीन प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग सहित सीआइडी कर रही है। आगामी समय में यह कैंपस पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा।