होगी एपीजी विश्वविद्यालय की 1900 डिग्रियो की जांच
संस्थान पर फर्जी डिग्रियों को बेचने के आरोप
सीआईडी दस्तावेज और कंप्यूटर ,हार्ड डिस्क की कर रही पड़ताल
शिमला : मानव भारती विश्वविद्यालय के बादअब सीआईडी ने apj पर शिकंजा कसा है ।सीआईडी फर्जी ड्रिग्रियां बेचने के आरोप से घिरे शिमला के निजी विश्वविद्यालय एपीजी की 1900 डिग्रियो की जांच कर रही है । शिमला के इस प्रतिष्ठित निजी संस्थान पर फर्जी
डिग्रियों को बेचने के आरोप लगे है । ऐसे में फर्जी ड्रिग्रियां बेचने
के आरोपो की जांच कर रही सीआईडी निजी विश्वविद्यालय के 2013
से 2020 तक के डिग्रियों व दाखिलों के रिकॉर्ड को खंगाल रही है
। सीआईडी सुत्रो की माने तो अब तक 1500 के आसपास निजी विश्वविद्यालय
के डिग्रियो की जांच हो चुकी है जिसमें अभी तक ऐसी कोई
अनियमिता सामने नही आई है,लेकिन हालांकि यह भी सामने आ रहा है
कि विदेशी विद्यार्थियों का उचित रिकॉर्ड नहीं रखा गया है। ऐसे में
यह आशंका जाहिर की जा रही है कि ये ड्रिग्रियां फर्जी हो सकती
है। यही नही इस मामले में निजी शिक्षण आयोग भी जांच कर रहा है।
सीआईडी निजी विश्वविद्यालय से कब्जे में लिए गए दस्तावेज और कंप्यूटर
,हार्ड डिस्क की पड़ताल भी कर रही है । कंप्यूटर और हार्ड डिस्क
को जांच के लिए फोंरैसिक लैब भी भेजा गया है । इसके अलावा
संस्थान से एडमिशन हाजरी सहित अन्य संबंधित कब्जे में लिए गए रिकार्ड
को भी खंगाला जा रहा है । शिमला के इस निजी विश्वविद्यालय के खिलाफ
सीआईडी ने भराड़ी थाने में कुछ समय पहले एफआईआर दर्ज की थी।
बता दे कि संस्थान पर फर्जी डिग्रियों को बेचने के आरोप है। हालांकि
इससे पहले भी सीआईडी ने संस्थान से रिकार्ड मांगा था। लेकिन सीआईडी
को पूरा रिकार्ड नहीं दिया गया। इसके बाद कोर्ट से सर्च वारंट
लेकर सीआईडी ने यह कार्रवाई की गई । डीआईजी विमल गुप्ता ने
कहा कि रिकार्ड लिया गया है । इसके आधार पर आगे की जांच की
जा रही है ।