रेणुका गौतम, कुल्लू : हर वर्ष 30 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय ज़ीरो वेस्ट दिवस मनाया जाता है। आजकल इसी के चलते राजकीय महाविद्यालय पनारसा में भी जीरो वेस्ट सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसमें प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को इस संबंध में जागरूकता लाने और वेस्ट से उपयोगी वस्तुएं बनाने के लिए चार दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है।
गौरतलब है कि पनारसा राजकीय महाविद्यालय में इस कार्यशाला के उपरांत अगले तीन दिन उन्हीं व्यर्थ चीजों से उपयोगी कालकृतियो द्वारा महाविद्यालय प्रांगण के सौंदर्यीकरण के लिए प्रयोग में लाया जाएगा। कार्यशाला के समन्वयक और समिति के सदस्यों डॉ. डिंपल जामटा, प्रो. निशा, श्रीमती बिंदु ने बताया कि इस तरह की कार्यशाला से जहां एक ओर व्यर्थ की वस्तुओं का फिर से इस्तेमाल करके कूड़े का समाधान होगा, वहीं उनसे सुंदर कलाकृतियों को बनाना सीखकर विद्यार्थी अपने घरों और मोहल्लों में भी इस तरह की जागरूकता फैलाने में सक्षम हो सकेंगे।कार्यशाला को लेकर जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने प्रथम चरण में तीस मार्च तक इस कार्यशाला के लिए पेंट के खाली डिब्बे, बाल्टियां, ड्रम, प्लास्टिक की बोतलें, टायर इत्यादि पनारसा के आसपास और घरों से एकत्र करेंगे और 1 अप्रैल से चार अप्रैल तक कार्यशाला और अगले तीन दिनों मे महाविद्यालय प्रांगण का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
प्राचार्या डॉ. उरसेम लता ने बताया कि इस तरह की कार्यशालाएं शैक्षणिक संस्थानों के समग्र विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं। इससे न केवल विद्यार्थी पर्यावरण के प्रति संवेदनशील और जागरूक होते हैं बल्कि साथ ही साथ अपने लिए एक कौशल विकसित करके शिक्षा के वास्तविक मकसद को पूरा करने की दिशा में भी आगे बढ़ सकते हैं।इस कार्यशाला को स्नातकोत्तर पेंटिंग के प्रशिक्षक सुरेश सोनी, हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय के सहयोग से उनकी देखरेख में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रो. चारु अहलूवालिया, प्रो. हीरा सिंह, प्रो. रतन नेगी, प्रो. अनिता तथा प्रो. कृष्ण लाल भी सक्रिय भागदारी कर रहे हैं।