शिमला: राजनीति अनिश्चिताओं का खेल होता है इसमें किसी का न कोई दोस्त होता है न कोई दुश्मन, अब कांगड़ा के पवन काजल को ही देख लीजिए कांग्रेस की टिकट पर उन्होंने चुनाव लड़ा जीते भी, कांग्रेस पार्टी ने काजल को कांगड़ा लोकसभा का टिकट भी दिया। इतना ही नही उनको कांग्रेस पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया।
पिछले कुछ समय से लगातार काजल के भाजपा में जाने की अटकलें लग रही थी। जिनको आज बिराम लग गया जब वह दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। इससे पहले बीती रात को ही कांग्रेस पार्टी ने उन्हे कार्यकारी अध्यक्ष पद से बाहर का रास्ता दिखा दिया। वहीं नालागढ़ के लखविंदर सिंह ने भी कांग्रेस हाथ छोड़ कर कमल का साथ पकड़ लिया है। दोनों विधायकों के भाजपा में जाने से कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. क्योंकि सबसे बड़े जिला के साथ सोलन जिला से भी पार्टी को झटका लगा है।