Friday, November 22, 2024
Homeshimlaसुक्खू की सरकार को प्रदेश ने नकारा, मुख्यमंत्री दिखाए नैतिकता, छोड़ दे...

सुक्खू की सरकार को प्रदेश ने नकारा, मुख्यमंत्री दिखाए नैतिकता, छोड़ दे कुर्सी : जयराम ठाकुर



मुख्यमंत्री अपने हलके में हारे, मंत्रियों और सीपीएस भी प्रदेश द्वारा नकारे गये
कांग्रेस के बड़े नेताओं के झूठ को भी हिमाचल प्रदेश ने नकारा
बीजेपी ने स्व वीरभद्र सिंह की सरकार में भी क्लीन स्वीप किया और सूक्ख़ू की सरकार में भी

शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रदेश की जनता ने मुख्यमंत्री सुक्खू और कांग्रेस पार्टी को नकार दिया। अब इससे पहले की आलाकमान उन पर कोई फ़ैसला करे उन्हें ख़ुद ही नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। वह जिस हलके से विधान सभा चुनाव जीत कर विधायक बने, उस हलके के लोगों ने भी उन्हें नकार दिया। जिस ज़िले और संसदीय क्षेत्र से वह आते हैं उस ज़िले और संसदीय क्षेत्र ने उन्हें नकार दिया। अब नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने का अधिकार खो चुके हैं। हिमाचल प्रदेश के लोक सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 68 विधान सभा क्षेत्रों में से 61 विधान सभा क्षेत्रों में भारी बढ़त दर्ज की है। भारतीय जनता पार्टी को पूरे प्रदेश से मिले व्यापक जनसमर्थन से यह साफ़ हो गया है कि कांग्रेस पार्टी ने पूरे प्रदेश में जनाधार खो दिया है। उन्होंने कहा कि लोक सभा का चुनाव लड़ रहे दो कांग्रेस प्रत्याशी भी अपने-अपने हलके में हार गए। ऐसे में अब यह सवाल यह उठता है कि क्या उन्हें अभी भी जनप्रतिनिधि बने रहना चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा है मात्र डेढ़ साल में ही सरकार की यह हालत हो गई कि उसके मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और सीपीएस की यह दुर्दशा हो गई। विधानसभा अध्यक्ष लेकर मंत्री और सीपीएस के हलकों में भारतीय जनता पार्टी को सरकार को भारी संख्या में वोट दिया। यह सरकार की हार है, सरकार की जनविरोधी नीतियों की हार है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को 56.29 फ़ीसदी और कांग्रेस को मिले 41.57 फीसदी मत मिले। कांग्रेस के मुकाबले भाजपा को 14.72 प्रतिशत अधिक वोट मिले हैं। प्रदेश के लोगों ने कांग्रेस को नकार दिया है। भाजपा को कांगड़ा ने 61 प्रतिशत, मंडी में 53 प्रतिशत, शिमला 54 प्रतिशत और हमीरपुर 58 प्रतिशत मत प्रतिशत प्राप्त हुए।

जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने सिर्फ़ हिमाचल कांग्रेस के नेतृत्व को ही नहीं उनके केंद्रीय नेतृत्व को भी नकार दिया। जहां जहां कांग्रेस के अलाकमान ने रैलियां की वह सारी जगह भी कांग्रेस के नेता भारी मतों से हार गये। प्रदेश के लोगों ने कांग्रेस के आलाकमान द्वार दी गई झूठी गारंटियों के बारे में उनकी रैलियों में भी सवाल उठाए कि जाओ वादे उन लोगों ने हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ पहले कैबिनेट में पूरा करने के लिए करके गये थे, उनका क्या हुआ? कांग्रेस के आलाकमान की रैली वाली जगहों पर कांग्रेस की बुरी हार के कारणों का जवाब मुख्यमंत्री को दे होगा क्योंकि सुक्खू ने उनके सामने मंच से बोला था कि हमने गारंटियां पूरी कर दी हैं। महिलाओं कोई 1500 रुपए हर महीनें मिलने लगे हैं। अब तो चुनाव ख़त्म हो गये हैं अब महिलाओं को पिछले महीने के एरियर के साथ सम्मान निधि मिलनी चाहिए।

जयराम ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने 2014 से 2024 तक के तीन चुनावों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ कर हिमाचल की सभी सीटें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मिशन में दी हैं। 2014 में जब स्व वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री थे तब भी कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ किया था, 2019 में जब मैं स्वयं मुख्यमंत्री था तब भी चारों सीटें ऐतिसाहिक अंतर से जीती थी। अब कांग्रेस की सुक्खू सरकार में भी भाजपा ने कांग्रेस को चारों सीटों पर हराकर चार की चार के मिशन को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल में सरकार को प्रदेश के लोगों द्वारा इस प्रकार ख़ारिज कर देना इस बात का प्रमाण है कि सरकार अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है।

Most Popular