सुक्खू सरकार पर लगाया जनता को गुमराह करने का आरोप
रेणुका गौतम, कुल्लू : “भले ही प्रदेश की सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार अपने 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने की खुशी में जश्न समारोह बनाने जा रही है, पर हकीकत में सरकार अब तक की सबसे निकम्मी और फिसड्डी सरकार साबित हुई है। जिसका विरोध प्रदर्शन करने के लिए जनता और भाजपा सड़कों पर उतरेगी और धरने प्रदर्शन करेगी”, यह बात भाजपा के पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जनता का गला घोटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार द्वारा जनता के लिए जो भी कल्याणकारी नीतियां बनाई गई थी, उन्हें बंद करके कांग्रेस सरकार ने भोली भाली जनता का गला घोटने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। गोविंद सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने सरकार के बनते ही पहले दिन से प्रदेश भर में नकारात्मकता का माहौल बना दिया था। जिसमें उन्होंने भाजपा द्वारा प्रदेश के विकास के लिए भी विभिन्न नीतियों सहित खोले गए बहुत से संस्थाओं पर ताला जड़ दिया। इसी के अंतर्गत जिला कुल्लू के जगतसुख में खोला गया संस्कृत महाविद्यालय भी एक है।
उन्होंने कहा कि दरअसल प्रदेश की वर्तमान सरकार जनता का तो गला घोट रही है। लेकिन वह असल में मित्र हितैषी सरकार है, जिसका मकसद सिर्फ और सिर्फ अपने मित्रों और जान पहचान वालों का उत्थान करना ही रहा है और जनता के लिए हमेशा ही कांग्रेस सरकार ने पैसों की कमी का रोना रोया है। अपनी मनमर्जी के हिसाब से जरूरत से अधिक ओएसडी और सीपीएस की नियुक्ति करना और उन्हें कैबिनेट मंत्रियों का दर्जा देना भी सरकार की मित्र हितैषी नीति के अंतर्गत ही आता है। लेकिन बात जब जनता के उत्थान की हो तो पैसों की कमी का हवाला दिया जाता है। सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह और पेंशन को देर से देना इस बात का सबसे बड़ा सबूत है जो इससे पहले प्रदेश में आज तक नहीं हुआ। अब तक प्रदेश की सरकार तकरीबन ₹28000 करोड़ का कर्ज ले चुकी है।
प्रदेश सरकार पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार ने कदम- कदम पर जनता को ठगा है। चाहे वह दूध को ऊंची कीमतों पर खरीदे जाने का झूठा वादा हो, महिलाओं को ₹1500 मासिक दे देने का वादा हो, हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा हो, अपने किसी वादे को यह सरकार पूरा नहीं कर पाई। आज यह प्रदेश सरकार की लापरवाही का ही नतीजा है कि प्रदेश के पर्यटन विभाग के 18 होटल बंद होने के कगार पर हैं और दिल्ली में बना हिमाचल भवन ज़ब्त होना भी इस सरकार की लापरवाही का नतीजा है। अब जब इससे भी प्रदेश सरकार को राहत नहीं मिली तो टॉयलेट टैक्स की बात भी सामने आई है, जो बेहद ही हैरान कर देने वाला है।
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार की इन्हीं जन विरोधी नीतियों के चलते प्रदेश के सभी जिलों में दिसंबर माह में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। सड़कों पर उतरकर भाजपा जनता सहित प्रदेश की सरकार की असफलता को लेकर धरने प्रदर्शन करेगी। जिसके चलते 7 दिसंबर को कुल्लू शहर में भी यह विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और प्रदेश सरकार को उसकी नाकामियां गिनाई जाएंगी। इस दिन विधायक विपिन सिंह परमार मुख्य वक्ता होंगे जबकि मंडी से सांसद कंगना रनौत भी शामिल होंगी।