सोलन: एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए, क्षेत्र के दो युवा निजी विश्वविद्यालय देश के निजी विश्वविद्यालयों में तीसरे स्थान पर हैं और उन्हें प्रतिष्ठित क्वाकक्वरेली साइमंड्स (क्यूएस), वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 द्वारा दुनिया के शीर्ष 1000 विश्वविद्यालयों में शामिल होने का गौरव भी प्रदान किया गया है। क्यूएस, वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 में, निजी विश्वविद्यालयों में, ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी पहले स्थान पर रही, जबकि दूसरे स्थान पर मणिपाल यूनिवर्सिटी और उसके बाद शूलिनी यूनिवर्सिटी और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे हैं। जबकि शूलिनी यूनिवर्सिटी और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, को स्थापित हुए 15 साल भी नहीं हुए हैं और ये दोनों 801-1000 के ब्रैकेट में आते हैं। वहीं दशकों से अच्छी तरह से स्थापित पंजाब यूनिवर्सिटी को 1201-1400 ब्रैकेट में स्थान दिया गया है। थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी 1001-1200 के ब्रैकेट में आता है।दो निजी विश्वविद्यालय सभी विश्वविद्यालयों और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ आंकें जाने पर 21 वीं रैंक साझा करते हैं। इस प्रतिष्ठित सूची में आईआईटी जैसे संस्थान और दिल्ली यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी भी शामिल हैं। वैश्विक स्तर पर शीर्ष 1000 में भारतीय संस्थानों की कुल संख्या पिछले साल 35 से बढक़र 41 हो गई है।
शूलिनी यूनिवर्सिटी को प्रति फैकेल्टी साइटेंशंस की श्रेणी में वैश्विक स्तर पर 431 और इम्पलॉयर रेपुटेशन श्रेणी में 480वां स्थान मिला है। यह भारत में समग्र अनुसंधान में 19वां बेस्ट के तौर पर सामने आई है। हालांकि, निजी विश्वविद्यालयों में शूलिनी यूनिवर्सिटी प्रति फैकेल्टी रिसर्च साइटेशंस में भारत में शीर्ष पर है। साइटेशन एवं प्रकाशन के लिए 2022 क्यूएस एशिया रैंकिंग में, शूलिनी यूनिवर्सिटी भारत में सर्वश्रेष्ठ और एशिया में छठा स्थान हासिल करने में सफल रही है।
प्रो.पी.के.खोसला, वाइस चांसलर और संस्थापक, शूलिनी यूनिवर्सिटी ने कहा कि ‘‘यूनिवर्सिटी की स्थापना अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। नवीनतम रैंकिंग शीर्ष 200 वैश्विक विश्वविद्यालयों में शामिल होने के हमारे लक्ष्य की दिशा में एक कदम है।’’ 2023 क्यूएस इंडेक्स में 100 स्थानों पर 1,418 संस्थान शामिल थे। परिणामस्वरूप 16.4 मिलियन एकेडमिक पेपर और उन पेपरों द्वारा प्राप्त 117.8 मिलियन साइटेशंस के लिए हैं। क्यूएस की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, वे 151,000 एकेडमिक फैकेल्टी और 99,000 इम्पलायर्स की विशेषज्ञ राय को भी दर्शाते हैं। इंडेक्स ने रैंकिंग को संकलित करने के लिए छह संकेतकों का उपयोग किया, जिसमें शैक्षणिक और नियोक्ता प्रतिष्ठा, प्रति फैकेल्टी साइटेशंस, फैकेल्टी से स्टूडेंट अनुपात, इंटरनेशनल फैकेल्टी अनुपात और इंटरनेशनल स्टूडेंट अनुपात शामिल हैं।