शिमला के एक गांव में पति ने फांसी के फंदे पर लटकर जान दे दी। वहीं पति की मौत से सदमे में आई पत्नी ने भी जहर खा लिया। हालांकि पड़ोसियों ने उसे बचाने का प्रयास किया और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत अब बेहतर है। रामपुर उपमण्डल के झाकड़ी थाना क्षेत्र में 50 वर्षीय व्यक्ति ने फंदा लगाकर जान दे दी। घटना का पता लगते ही उसकी पत्नी ने भी अपनी जीवनलीला खत्म करने की ठानी और जहर निगल लिया। आस-पड़ोस वाले महिला को तुरन्त अस्पताल ले गए तथा उसे बचा लिया गया है। पुलिस को मामले में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक झाकड़ी के बठाडा गांव में देवेंद्र नेगी (50) और पत्नी नीलू देवी (46) रह रहे थे। इनकी संतान नहीं है। देवेंद्र नेगी पेशे से टैक्सी चालक है। कल देर रात देवेंद्र ने घर के एक कमरे में फंदा लगा लिया। इसका पता जब पत्नी को लगा, तो उसने आस-पड़ोस को सूचित किया। पति की मौत को महिला बर्दाश्त नहीं कर पाई
और तनाव में आकर उसने जहरीला पदार्थ निगल लिया। ग्रामीण उसे सराहन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर उसके उपचार में जुटे और उसकी हालत बेहतर है। महिला ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि पति के फंदा लगाने के बाद उसने भी अपनी जिंदगी खत्म करने का निर्णय लिया और जहरीली चीज खा ली। महिला के मुताबिक किसी ने उस पर जहर खाने का दवाब नहीं डाला।
डीएसपी रामपुर अभिमन्यु वर्मा ने पुष्टि करते हुए कहा कि महिला की हालत ठीक होने पर उसे आज अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं उसके पति के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। आत्महत्या के कारणों की पड़ताल की जा रही है। अब तक की पड़ताल में सुसाइड नोट नहीं मिला है।