शिमला : इंदिरा गांधी मेडिकलकॉलेज(आईजीएमसी) शिमला में कोरोना वायरस का पहला संदिग्ध मरीज भर्ती किया गया है।
जानकारी के अनुसार साउथ कोरिया से लौटे बिलासपुर के रहने वाले एक व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं। संदिग्ध मरीज को मंगलवार को बिलासपुर से आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया है।हालांकि, मरीज कोरोना वायरस पीड़ित है या नहीं इसका पता लगाने के लिए डॉक्टरों ने मरीज के ब्लड सैंपल को पुणे की विषाणु विज्ञान लैब में जांच के लिए भेजा दिया है।
मरीज को डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में रखा गया है। आईजीएमसी के प्रिंसिपल डॉ. मुकुद लाल ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि संधिग्ध मरीज को डॉक्टरों की निगरानी में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है और पुणे की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एडवाइजरी के मुताबिक रोजमर्रा के जीवन में हम अगर हम छोटे-छोटे काम करते हैं, तो संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाएगा।
नियमित तौर पर हाथ धोएं
दिन में कई बार नियमित तौर पर साबुन और पानी से हाथ को कम से कम 20 सेकेंड तक धोएं। बैक्टीरिया मारने वाला अच्छा सेनेटाइजर का भी उपयोग कर सकते हैं। ऐसा करने से हाथों पर रहने वाले वायरस से छुटकारा मिल जाएगा।
उचित दूरी बनाकर रखें
अपने आसपास के लोगों के साथ कम से कम 3 फीट का फासला बनाए रखने की कोशिश करें। खासतौर से उस व्यक्ति से जिसे खांसी या जुकाम हो।
जब कोई व्यक्ति खांसता है या छींकता है, तो हवा में वायरस फैल जाते हैं। अगर आप ज्यादा करीब रहेंगे तो सांस के रास्ते ये वायरस आपके शरीर में जा सकता है।