रोहतांग दर्रा न खुलता देख बीआरओ ने शनिवार को लाहुल के मतदाताओं के लिए रोहतांग सुरंग के द्वार खोल दिए हैं। इससे पहले बीआरओ पांच बार सुरंग के रास्ते से सैकड़ों लोगों को लाहुल भेज चुका है। शनिवार सुबह से ही एचआरटीसी की बसों में लाहुल के लोगों ने सुरंग के रास्ते घर की राह पकड़ी है। लाहुल घाटी के अधिकतर लोग कुल्लू-मनाली में रहते हैं। वोट लाहुल में होने के कारण उन्होंने लाहुल का रुख किया है।
अब तक जा चुके है 1800 लोग
बीआरओ इससे पहले चार बार रोहतांग सुरंग के द्वार खोल चुका है। पहली बार बीआरओ ने 21 अप्रैल को 350 लोगों को कुल्लू से लाहुल भेजा, जबकि 200 लोग लाहुल से कुल्लू आए। दूसरी बार 26 अप्रैल को 400 लोग कुल्लू से लाहुल, जबकि लाहुल से 200 लोग कुल्लू पहुंचे। पहली मई को 370 लोग लाहुल गए व 170 कुल्लू आए। चौथी बार बीआरओ ने 600 लोगों को लाहुल व 300 लोगों को कुल्लू भेजा। कल होने जा रहे मतदान को देखते हुए बीआरओ ने लाहुल के मतदाताओं के लिए आज पांचवी बार सुरंग के द्वार खोले हैं। सुबह छह बसों में 250 के करीब लोग जा चुके हैं। शाम तक और बसें लाहुल का रुख करेंगी।
मतदान है जरूरी
कुल्लू में रह रहे लाहुल निवासी प्रेम, दोरजे और दीपक ने कहा मतदान करना जरूरी है, इसलिए वह आज रोहतांग सुरंग के रास्ते घर जा रहे हैं। उन्होंने बताया वोट देने के बाद उनका मनाली लौटना भी जरूरी है। इसलिए बीआरओ से आग्रह है कि मतदान के बाद लाहुल से कुल्लू आने के लिए रोहतांग सुरंग खोली जाए।