Friday, August 15, 2025
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रेड क्रॉस सोसायटी कुल्लू सिविल सर्विस अवार्ड से सम्मानित

रेणुका गौतम, कुल्लू : भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी की कुल्लू शाखा को महिलाओं के लिए नशा निवारण एवं पुनर्वास केंद्र के संचालन तथा समाज में पीड़ित वर्गों के उत्थान एवं सहायता की दिशा में किए जा रहे उल्लेखनीय प्रयासों के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार सिविल सर्विस अवार्ड -2025 से नवाजा गया।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ज़िला मंडी के सरकाघाट में आयोजित राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में जिला रेड क्रॉस सोसायटी को सम्मानित किया। उपायुक्त एवं अध्यक्ष, रैड क्रॉस सोसायटी जिला कुल्लू, तोरुल एस. रवीश ने यह सम्मान ग्रहण किया। उनके साथ ज़िला रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव विनोद मोदगिल भी उपस्थित रहे। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी कुल्लू को “सिविल सर्विस अवॉर्ड” प्रशस्ति पत्र और 1.25 लाख रुपये की राशि के साथ प्रदान की गई।

उपायुक्त ने मुख्यमंत्री और सरकार का आभार जताते हुए बताया कि जिला रेड क्रॉस सोसायटी निस्वार्थ सेवा भाव से जन सेवा में समर्पण से कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि रैंड क्रॉस सोसायटी जिला शाखा कुल्लू की स्थापना 1 अप्रैल 1998 को की गई। इसका संचालन उपायुक्त एवं अध्यक्ष, रैड क्रॉस सोसायटी जिला शाखा कुल्लू द्वारा मुख्यतः आपदा के समय राहत, आर्थिक कमज़ोर लोगों के ईलाज के लिए वित्तीय सहायता, एम्बुलेंस सेवा, स्वास्थ्य जांच शिविर, टी-बी मरीजों को पौष्टिक किट, रक्तदान शिविर लगाने, प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण, जूनियर रैड क्रॉस, आदर्श जिला दिव्यांगता पुनर्वास केन्द्र, महिलाओं के लिए नशा निवारण एवं पुनर्वास केन्द्र के संचालन के लिए किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जिला शाखा कुल्लू द्वारा प्रदेश का पहला महिला नशा निवारण एवं पुनर्वास केन्द्र, (IRCA) केंद्र 29 जून 2022 को भुन्तर में स्थापित किया गया ताकि मादक द्रव्यों पर निर्भर महिलाओं को ईलाज की सुविधा तथा मादक द्रव्यों के दुष्प्रभावों के बारे समाज को जागरूक बनाया जा सके। केन्द्र में पूछताछ एवं परामर्श के लिए हेल्पलाइन नम्बर 01902-265265 स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र में मादक द्रव्यों पर निर्भर महिलाओं का निःशुल्क ईलाज चिकित्सा अधिकारी, मनोचिकित्सक, योगा थैरेपिस्ट, नर्सिस, वार्ड अटेन्डेन्ट द्वारा किया जाता है। मरीज की स्थिति में सुधार होने पर उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण की सुविधा भी दी जाती है। ताकि उक्त केन्द्र से डिस्वार्ज उपरान्त वह अपना जीवन यापन कर सके। मादक द्रव्यों के दृष्प्रभावो के प्रति शैक्षिणिक संस्थानों, महिला मण्डलों और पंचायतों में जनता को जागरूक करने के लिए जिला में जागरूकता शिविर लगाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिला रैड क्रॉस सोसायटी द्वारा वर्ष 2016 से जिला दिव्यंगता पुनर्वास केन्द्र के माध्यम से दिव्यांगजनों का विभिन्न कार्यक्रमों के तहत पुर्नवास किया जा रहा है। वर्ष 2022 में इस केन्द्र में प्रारम्भिक हस्तक्षेप केन्द्र स्थापित करने की नई पहल की गई। इस केंद्र में प्रोफेशनलस द्वारा पंचायती राज प्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा आशा कार्यकर्ताओं से समन्वय कर 6 वर्ष से कम आयु के बच्चे, जिनके विकास के लक्ष्य प्राप्ति में देरी हो, को जांच के उपरांत प्रारम्भिक हस्तक्षेप केन्द्र में रेफर किया जाता है। उन्होंने कहा कि चिन्हित बच्चों की उनकी शारीरिक, बोलने, व्यवहार, मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं के दृष्टिगत क्रमशः भौतिक चिकित्सक, व्यवहारिक चिकित्सा, स्पीच थैरेपी, मनोविज्ञानिक हस्तक्षेप सेवाएं उपल्बध करावाई जा रही है। दृष्टि विकार वाले बच्चों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। बच्चों के चलने फिरने में समस्याओं के निदान के लिए सहायक उपकरण उपल्बध करवाए जा रहे है। विशेष बच्चों को स्कूल पूर्व शिक्षा उपलब्ध करवाकर उन्हें स्कूल प्रवेश के लिए तैयार किया जा रहा है।

वर्ष 2023 से दिसम्बर 2024 तक कुल 980 बच्चों को विभिन्न हस्तक्षेप सेवाएं प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस सोसायटी कुल्लू को अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं।

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