कहा : निर्णय बदलने या देरी से गलत फैसले लेने में सरकार ने बिताए 2 साल
हमीरपुर : सुजानपुर के विधायक एवं वरिष्ठ नेता राजेंद्र राणा ने कहा है कि प्रदेश सरकार हिमाचल में आम लोगों की समस्याओं का समाधान करने में फेल हो गई है।जनहित के कई मसलों पर लंबे समय से सरकार निर्णय नहीं ले पा रही है तथा जनहित के मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय सरकार भाजपा के भीतर की राजनीति पर पूरी तरह से केंद्रित हो गई है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में राजेंद्र राणा ने कहा कि भाजपा के आपसी घमासान में विकास थम गया है।उन्होंने कहा कि सीएम हैल्पलाइन सेवा भी आम लोगों की समस्याओं के समाधान निकालने की बजाय इन्हें उलझा कर रखने में ही अपनी भूमिका निभा रही है।उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार का अफसरशाही पर कोई नियंत्रण नहीं है तथा सरकार की ओर से की जा रही तमाम घोषणाओं पर अमल करने में किसी अधिकारी की कोई रुचि नहीं है।उन्होंने कहा कि सरकार में सब अपनी-अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में लगे हुए हैं।प्रदेश में हुए हिमपात के दौरान यातायात बहाली में सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है तथा आपदा प्रबंधन का सरकार ने कचूमर निकाल दिया है।उन्होंने कहा कि सरकार सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता के दावे करती है लेकिन हकीकत यह है कि पूरे प्रदेश में या तो सड़कों के निर्माण ठप्प पड़े हुए हैं या जहां पर सड़कों का निर्माण चल रहा है, वहां पर घटिया स्तर का काम किया जा रहा है जिससे बड़े पैमाने पर जनता के पैसे पर सुनियोजित तरीके से डाका डाला जा रहा है।उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठे एक मंत्री अक्सर राज्य में अपने जिला स्तर पर होने वाली बैठकों में सरकार के ढीले-ढाले कामकाज की पोल खोलने में लगे रहते हैं।उन्होंने कहा कि प्याज पर भी सरकार की काफी किरकिरी हो रहे है क्योंकि अब सरकार डिपुओं के माध्यम से सस्ता प्याज देने की बात कह रही है जबकि उससे सस्ता प्याज खुले बाजार में बिक रहा है।उन्होंने कहा कि यह सरकार या तो अपने निर्णय बदलती है या फिर देर से गलत निर्णय लेती है।उन्होंने कहा कि घोटालों व आरोपों के बीच पिस रही सरकार बताए कि एचआरटीसी के बेड़े में नई बसें कब आएगी।उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों व वायदाखिलाफी को जनता भी समझ चुकी है तथा वक्त का इंतजार कर रही है।