देवभूमि जागरण मंच और भाजपा नेता अरविंद चंदेल आए सामने
कहा विकास के नाम पर आस्था से खिलवाड़ गलत
रेणुका गौतम, कुल्लू : ज़िला कुल्लू में बनने जा रहे बिजली महादेव रोपवे को लेकर विरोध शांत होने का नाम नहीं ले रहा। इसी बात को लेकर आज भाजपा के वरिष्ठ नेता अरविंद चंदेल के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें ज़िला भर से देव समाज से जुड़े लोग भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इसी मुद्दे पर देव भूमि जागरण मंच द्वारा भी पत्रकार वार्ता आयोजित की गई और बिजली महादेव रोपवे के विरोध का समर्थन किया। उनका कहना है कि इस विषय पर 25 जुलाई को होने वाले विरोध प्रदर्शन में वह और आम जनता बेझिजक भाग लेंगे।
अरविन्द चंदेल ने कहा कि जहां तक बिजली महादेव रोपवे की बात है तो आस्था से खिलवाड़ जिला का कोई भी व्यक्ति सहन नहीं करने वाला। केंद्र सरकार को बिजली महादेव को लेकर स्थानीय राजनेताओं द्वारा सभी तत्वों पर संपूर्ण जानकारी ढंग से नहीं दी जा रही। यदि बिजली महादेव रोपवे को लेकर विकास के साथ आस्था के पक्ष को भी केंद्र सरकार के सामने विस्तार से रखा जाए तो उन्हें उम्मीद है कि केंद्र सरकार स्वयं नहीं चाहेगी कि यह विवादास्पद रोपवे बने। तो वहीं अरविंद चंदेल का यह भी कहना है कि पूर्वी भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामाख्या मंदिर के कॉरिडोर की योजना को ही ले लीजिए। जब इस कॉरिडोर बनाने को लेकर वहां की जनता ने विरोध किया तो सरकार को जनशक्ति के आगे झुकना ही पड़ा।
बिजली महादेव रोपवे के विरोध के समर्थन में देवभूमि जागरण मंच भी खुलकर सामने आ गया है। मंच के अध्यक्ष क्षितिज, महासचिव यशपाल शर्मा और सदस्य अनुराग नेगी ने पत्रकार वार्ता के दौरान बिजली महादेव रोपवे के विरोध का खुले तौर पर समर्थन किया है। उनका कहना है कि विकास के नाम पर आस्था और देव नीति के साथ खिलवाड़ कतई मंजूर नहीं किया जाएगा। उनका साफ तौर पर कहना है कि बिजली महादेव रोकने के विरोध में जनता खुलकर अपनी आवाज सामने रख रही है, लेकिन फिर भी उनकी आवाज को अनसुना किया जा रहा है। एक धार्मिक स्थल को धार्मिक स्थल ही रहने दिया जाना चाहिए, पर्यटन स्थल बनाना बिल्बकुल उचित नहीं। और धार्मिक स्थलों के साथ राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति को अलग रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि 25 जुलाई को बिजली महादेव रोपवे विरोध संघर्ष समिति के आंदोलन में वह भी बढ़ चढ़कर भाग लेंगे। और रोपवे के खिलाफ़ आवाज़ बुलंद करेगें।