रेणुका गौतम
विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर झुग्गी झोपड़ियों की महिलाओं को बांटे सेनेटरी पैड
कुल्लू: “मासिक धर्म पर किशोरियों और महिलाओं को स्वच्छता का ध्यान रखना अति आवश्यक है। इस पर समाज के सभी लोगों का जागरूक होना अति आवश्यक है”, विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर ये बात उपायुक्त कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा ने कही। उपायुक्त ने इस दिवस के मौके पर जिला रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से कुल्लू में झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाली महिलाओं को सेनेटरी पैड भी वितरित किए।
उन्होंने कहा कि मासिक धर्म किशोरियों और महिलाओं में होने वाली प्राकृतिक प्रक्रिया है। इस दौरान स्वच्छता का ध्यान अनिवार्य होता है, लेकिन जागरूकता की कमी के कारण महिलाएं इस ओर ध्यान नहीं देतीं। इसी दिशा में प्रशासन की तरफ से ‘संवेदना’ कार्यक्रम चलाया गया है।
उपायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि मासिक धर्म की स्वच्छता का सीधा संबंध किशोरियों और महिलाओं के स्वास्थ्य से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। यदि महिला या परिवार के लोग इस संबंध में जागरूक नहीं होते हैं, तो महिलाओं को गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ सकता है।
डॉ. ऋचा वर्मा ने कहा कि संवेदना कार्यक्रम के तहत अभी तक जिला कुल्लू के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम किए गए हैं। इस कार्यक्रम के परिणामस्वरूप महिलाओं और किशोरियों ने मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व को जाना है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ कई ग्रामीण महिलाओं को जागरूक किया गया है। महिलाओं में मासिक धर्म के समय सेनेटरी पैड प्रयोग करने का रुझान बढ़ा है। उनका कहना है कि मासिक धर्म स्वच्छता के लिए प्रशासन संवेदना कार्यक्रम के तहत आगामी समय में भी समाज को जागरूक करने का प्रयास करता रहेगा ।