रेणुका गौतम
मनाली : मनाली के निकट जोगणीफाल के जंगल में बीते दिनों कुछ पेड़ों के कटान की सूचना पर वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई की है। विभाग की टीम ने सूखे पेड़ों के ठूठों की लकड़ी बरामद करके आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की है। जांच के दौरान पता चला है कि उक्त जंगल में कोई भी हरा पेड़ नहीं कटा है। दरअसल, निकटवर्ती गांव वशिष्ठ के ही एक व्यक्ति ने बर्फबारी से क्षतिग्रस्त हुए पेड़ों के सूखे ठूंठों को ईंधन की लकड़ी के लिए काटा था।
वन मंडल अधिकारी ऐश्वर्य राज ने बताया कि जोगणीफाल के जंगल में कुछ पेड़ों के कटने का एक वीडियो शनिवार शाम को सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इस वीडियो का पता चलते ही डिप्टी रेंजर बृजेश कुमार के नेतृत्व में विभाग की एक टीम रवाना कर दी गई थी, लेकिन रात के अंधेरे में यह टीम नुक्सान का पूरा आकलन नहीं कर पाई। इसे बाद रविवार सुबह ही रेंज अधिकारी वनीश कुमार के नेतृत्व विभाग की टीम दोबारा मौके पर पहुंची। इस टीम में विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों के अलावा गांव वशिष्ठ की वन विकास समिति के अध्यक्ष मनी राम ठाकुर, पंचायत सदस्य गांथू राम, तारा चंद, सुरेंद्र कुमार, ग्राम समिति के सदस्य दुष्यंत ठाकुर, नारायण चंद और श्याम चंद भी शामिल रहे।
डीएफओ ने बताया कि जांच के दौरान यह सामने आया है कि गांव वशिष्ठ के मोहिनी कुमार ने बर्फबारी से क्षतिग्रस्त हुए सूखे पेड़ों के ठूंठों र्को इंधन की लकड़ी के लिए काटा था। यह बालन की लकड़ी मोहिनी कुमार के घर से बरामद कर ली गई है तथा विभागीय कार्रवाई के तहत सूखे पेड़ों की डैमेज रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। डीएफओ ने बताया कि मोहिनी कुमार ने सूखे ठूंठों के कटान की बात स्वीकार की है। उन्होंने बताया कि वन विभाग के नियमों के अनुसार जंगल में क्षतिग्रस्त पेड़ों को कोई भी व्यक्ति अनुमति के बगैर नहीं उठा सकता है। मोहिनी कुमार के अनुसार उसे इस नियम की जानकारी नहीं थी।
डीएफओ ने कहा कि इस मामले में विभागीय कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने वन मंडल कुल्लू के स्थानीय निवासियों विशेषकर ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों, महिला मंडल, युवक मंडल और अन्य संगठनों के पदाधिकारियों से अपील की है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के जंगलों का भी ध्यान रखें और इन जंगलों में किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को दें।
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