शिमला, भारत सरकार द्वारा टिक टॉक जैसी चीनी मोबाइल ऐप्प को प्रतिबंधित करने पर इंडियो भारतीय युवाओं के लिए प्रतिभा प्रदर्शन का श्रेष्ठ मंच बन कर उभरा है। अपनी विशेष प्रतिभा को मोबाइल स्क्रीन पर प्रदर्शित कर दुनिया के सामने रखने का दम रखने वाले युवाओं के लिए इंडियो, टिक टाक से बेहतर विशेषताओं के साथ उन्हें भारतीयता की भावना से भी भरता है। इंडियो का विकास दो भारतीय युवा उद्यमियों डॉ नितिन रावत और मधुर कथुरिया ने किया है।
यूएसए की यूनिवर्सिटी में साइंटिस्ट रहे डॉ नितिन और माइक्रोसॉफ्ट के सदस्य रहे मधुर का कहना है कि अपने नाम की तरह इंडियो पूरी तरह से भारतीय श्रम और बुद्धि का परिणाम है। डॉ नितिन फ्रांस, जापान और दक्षिण कोरियों में हार्ड डिस्क का आविष्कार करने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ पीटर ग्रनबर्ग के सहायक रह चुके हैं। आईआईटी रुड़की से शिक्षा प्राप्त मधुर सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट में विशेष अनुभव रखते हैं।
डा. नितिन का कहना है कि इंडियो को विकसित करने के पीछे उनकी सोच भारतीयों को ऐसा डिजिटल मंच उपलब्ध करवाना है जिसमें वे अपनी प्रतिभा, कल्पनाशीलता, कलात्मकता और रचनात्मकता को विशुद्ध भारतीय अंदाज में पेश कर पाएं। भविष्य में उन्हें विदेश ऐप्प पर आश्रित ना रहना पड़े। उन्होंने कहा कि उनकी टीम का प्रयास उन लोगों की आजीविका को सुरक्षित करना भी है जो अपने शार्ट वीडियो शेयर करके अपनी प्रतिभा को धन कमाने का साधन भी बना चुके हैं। ऐसे लोग चीनी ऐप्प टिक टॉक आदि पर प्रतिबंध लगने से खुद को बेबस पा रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत में 72 करोड़ लोग इंटरनेट का प्रयोग करते हैं और कोरोना के दौर में वीडिया शेयरिंग ऐप्प लोगों के लिए मनोरंजन और अपने समय का सकारात्मक प्रयोग करने का एक बड़ा स्त्रोत बन गई। मधुर का कहना है कि ऐप्प का आईओएस वर्जन भी जल्द आ जाएगा। डॉ नितिन ने बताया कि यह ये ऐप्प अभी डिवेलपिंग स्टेज में है और बड़ी संख्या में युवा पहले ही इससे जुड़ गए हैं। फिलहाल यह ऐप्प एंड्रॉयड स्टोर पर उपलब्ध है पर जल्दी ही यह आई-फोन पर भी उपलब्ध हो जाएगी।