रेणुका गौतम, कुल्लू : देश की रक्षा के लिए समर्पित देश की सेना हर जगह अव्वल और लाजवाब है, फिर चाहे वह देश की सरहद हो या फिर देश के भीतर किसी भी तरह की विकटतम परिस्थिति। हर जगह देश की सेना और सेना के जवान हमेशा देवदूत बनकर ही सामने आए हैं। इसी तरह का किस्सा एक बार फिर से हिमाचल प्रदेश के जिला लाहौल स्पीति में देखने को मिला। जहां 70 वर्षीय बुजुर्ग और बीमार मरीज के लिए वायु सेवा प्राणरक्षक बनकर सामने आई।
“मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुख्खू व हिमाचल प्रदेश सरकार के आग्रह पर भारतीय वायुसेना द्वारा आज एक बहुमूल्य जान को बचाया गया”, भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर शैलेश सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार के सूचित किए जाने पर लाहौल स्पीति जिला के केलंग के बिलिंग गांव के 70 वर्षीय दोरजे गम्भीर रूप से अस्वस्थ जिन्हें तुरन्त चिकित्सा उपचार की जरूरत थी, ममाले में वायुसेना ने फूर्ति दिखाई। सूचना मिलते ही वायुसेना का एमआई 17 वी5 तत्काल हरकत में आया और स्टिंगरी से दोरजे सहित एक अन्य मरीज को जिला प्रशासन व क्रू सदस्यों की सहायता से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भुंतर एयर लिफ्ट किया गया। इस ऑपरेशन का नेतृत्व विंग कमांडर शैलेश सिंह ने किया।
गौरतलब है कि कि इन दिनों समूचा जनजातीय ज़िला लाहौल स्पीति बर्फ़ से ढका हुआ है। जिसके चलते हिमखंडों के गिरने की आशंका को मद्देनजर रखते हुए अटल टनल को भी यातायात के लिए बंद किया गया है। ऐसे में वायुसेना द्वारा आपातकालीन स्थिति में दिया गया यह अविस्मरणीय योगदान सच में काबिल- ए-तारीफ है।