ग्राम पंचायत ननग्रां में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की घोषणा
ऊना: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज ऊना जिला के ऊना विधानसभा क्षेत्र के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए।
इस अवसर पर पुराना बस अड्डा ऊना में जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने केन्द्र और प्रदेश में कांग्रेस की दुर्दशा पर चुटकी लेते हुए कहा कि एक तरफ कांग्रेस के नेता भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं, वहीं केन्द्र और प्रदेश में कई कांग्रेस नेता कांग्रेस छोड़ो अभियान पर हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद पार्टी छोड़ चुके हैं और प्रदेश में भी पवन काजल, लखविन्दर राणा, योगराज तथा हर्ष महाजन इत्यादि कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के लिए बल्क ड्रग पार्क स्वीकृत किया है, जो प्रदेश की आर्थिकी के लिए वरदान सिद्ध होगा। उन्हांेने कहा कि यह पार्क ऊना जिला के हरोली में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पार्क के स्थापित होने पर कच्चे माल के लिए भारत की चीन पर निर्भरता कम होगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल में ही कच्चा माल उपलब्ध होने से यहां स्थापित फार्मा कम्पनियों को भी हजारों करोड़ रुपये की बचत होगी और दवा विनिर्माण की लागत कम होने से दवाइयों की कीमतें भी घटेंगी। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे प्रदेश को स्वीकृत इस परियोजना में अड़ंगा डालने का हर सम्भव प्रयास करते रहे और अब जबकि यह परियोजना स्वीकृत हो चुकी है तो इसे अब अपना ड्रीम प्रोजैक्ट होने का दावा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली और स्वभाव अन्य नेताओं से भिन्न है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्षों के अवसर पर राष्ट्र की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने वाले हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के योगदान को स्मरण करने के लिए आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन प्रधानमंत्री की अलग शैली का परिचायक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गठन के भी 75 वर्ष पूर्ण होने पर राज्य सरकार ने प्रदेशभर में 75 कार्यक्रमों के माध्यम से इसे भव्य ढंग से मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों के आयोजन का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश को विकास के मामले में अग्रणी राज्यों में शुमार करने के लिए मजदूर, किसान, युवा, कर्मचारियों और महिलाओं सहित प्रत्येक हिमाचलवासी का आभार व्यक्त करना है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का राज्य के लोगों से विशेष जुड़ाव है। उन्होंने कहा कि हाल ही में बिलासपुर में एम्स सहित अन्य परियोजनाओं को समर्पित करने पहुंचे प्रधानमंत्री ने राज्य और विशेष तौर पर बिलासपुर में बिताए दिनों की यादें हम सभी के साथ साझा कीं। उन्होंने कहा कि उसी रोज प्रधानमंत्री ने अन्तरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में भी भाग लिया और कुल्लू दशहरा में शामिल होने वाले वे पहले प्रधानमंत्री बने। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने श्री रघुनाथ जी की पूजा में भाग लिया और स्थानीय लोगों से भी मिले, जो राज्य की देव संस्कृति में उनकी गहन आस्था को प्रतिबिम्बित करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार सामाजिक सुरक्षा पंेशन पर 1300 करोड़ रुपये वार्षिक व्यय कर रही है जबकि पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा इस पर केवल 400 करोड़ रुपये ही व्यय किए गए। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल में गरीब के करीब सरकार की भावना से कार्य किया और समाज के वंचित वर्गों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं प्रारम्भ कीं। उन्होंने कहा कि हिमकेयर, मुख्यमंत्री सहारा योजना, मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना और मुख्यमंत्री शगुन योजना के माध्यम से गरीब एवं जरूरतमंदों को आवश्यक राहत प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि महिला यात्रियों को हिमाचल पथ परिवहन निगम की साधारण बसों में किराए में 50 प्रतिशत की छूट प्रदान की जा रही है और प्रदेश के घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि ऊना के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास सतपाल सिंह सत्ती की कड़ी मेहनत और समर्पण से ही सम्भव हो सके हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के प्रति उनकी निष्ठा और समर्पण अतुलनीय है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राजकीय माध्यमिक पाठशाला बटोली तथा जगराण को राजकीय उच्च पाठशालाओं में स्तरोन्नत करने, राजकीय प्राथमिक पाठशाला लालसिंघी-1 और लालसिंघी-2 को राजकीय माध्यमिक पाठशालाओं में स्तरोन्नत करने तथा ग्राम पंचायत ननग्रां में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुठारकलां में विज्ञान कक्षाएं और क्षेत्र की एक अन्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में कॉमर्स कक्षाएं शुरू करने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने 144.39 करोड़ रुपयेे लागत की 20 परियोजनाओं के लोकार्पण किए, जिनमें 28.20 करोड़ रुपये लागत से निर्मित मातृ शिशु स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र, 33.88 करोड़ रुपये लागत से निर्मित मिनी सचिवालय भवन, 11.05 करोड़ रुपये की लागत का औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भवन, मैहतपुर में 8.55 करोड़ रुपये की लागत का औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भवन, ऊना में 6.79 करोड़ रुपये की लागत से बने परिधि गृह, बसदेहड़ा में 4.34 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 30 बिस्तरों वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन, ऊना में 2 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कार्यालय भवन, रामपुर में 51.50 लाख रुपये की लागत के प्रेस क्लब भवन, 71.19 लाख रुपये की लागत से निर्मित बीज प्रसंस्करण संयंत्र और बीज भण्डारण संरचना, 36.29 करोड़ रुपये की लागत से विशेष लोगों के लिए निर्मित राष्ट्रीय करियर सेवा, ऊना विधानसभा क्षेत्र के लिए 6.20 करोड़ रुपये लागत से नल जल कनेक्शन के लिए मौजूदा योजनाओं के सुधारीकरण, 1.22 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मलाहट जलापूर्ति योजना, 1.20 करोड़ रुपये लागत की रामपुर जलापूर्ति योजना, एक करोड़ रुपये की ननग्रां जलापूर्ति योजना, 40 लाख रुपये लागत की लाल सिंघी जलापूर्ति योजना, 42 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना बसोली, 48 लाख रुपये लागत की जलापूर्ति योजना गुशाला, 55 लाख रुपये लागत की जलापूर्ति योजना जलग्रां और 48 लाख रुपये लागत की जलापूर्ति योजना पिनबाड़ी शामिल हैं।
उन्होंने 54.12 करोड़ रुपये की 6 विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास भी किए, जिनमें भड़ोलियां खुर्द गांव में एनएमटी सड़क से मोहाला, शमशानघाट और ऊना-सन्तोखगढ़ सड़क तथा शमशानघाट झंकोड़ से सुनहरा पुल वाया सैनी मुहला सड़क के 4.39 करोड़ रुपयेे की लागत के सुधारीकरण कार्य, ऊना में 5.92 करोड़ रुपये की लागत के जिला कोषागार कार्यालय व आवास, 1.13 करोड़ रुपये की लागत के जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय व आवास, ऊना में 11.93 करोड़ रुपये की लागत का ई-किसान भवन, क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में 23.75 करोड़ रुपये की लागत का क्रिटिकल केयर खण्ड और विद्युत मण्डल सोहरी के अन्तर्गत 7 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 33 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र शामिल है।
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण व युवा कार्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि ऊना में 400 करोड़ रुपये लागत के पीजीआई सैटेलाइट सेंटर की स्थापना से क्षेत्र के लोगों को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश को आईआईटी मण्डी, आईआईएम सिरमौर और केन्द्रीय विश्वविद्यालय कांगड़ा के रूप में कई सौगातें दी गई हैं।