शिमला : हरियाणा के मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी को शिमला पुलिस ने तलब किया है। तरुण भंडारी बागियों के साथ पंचकूला-चंडीगढ़ स्थित होटल में दिखे थे। अब उनसे शिमला के बालूगंज थाने में पूछताछ होगी। इन पर हिमाचल सरकार को षड्यंत्र के तहत गिराने के प्रयास में शामिल होने का संदेह है। इसलिए ही इन्हें शिमला पुलिस ने तलब किया है।
क्या है मामला
जब हिमाचल के छह कांग्रेस विधायकों सुधीर शर्मा , रवि ठाकुर, राजेंद्र राणा, इंद्रदत्त लखनपाल, चेतन्य शर्मा और देवेंद्र कुमार भुट्टों ने सुक्खू सरकार के खिलाफ बगावत तक राज्यसभा के लिए बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में वोट डाला था तो उसके बाद सभी बागी पंचकुला के होटल में रुके थे। इसी दौरान हरियाणा के सीएम के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी भी उस होटल में उनके साथ नजर आए थे। तरुण भंडारी पर हिमाचल सरकार को षड्यंत्र के तहत गिराने के प्रयास में शामिल होने का संदेह है।
हर्ष महाजन को जिताने में एक अहम भूमिका निभाई
तरुण भंडारी हरियाणा कांग्रेस के कई बड़े चेहरों को पर्दे के पीछे रहते हुए बीजेपी में शामिल करवा चुके हैं। लोकसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और नवीन जिंदल जैसे बड़े और दिग्गज नेताओं को भंडारी ने बीजेपी में शामिल करवाकर पार्टी में अपनी विश्वसनीयतता और कद को मजबूत किया। इसी प्रकार हिमाचल के राजयसभा चुनावों में भी तरुण भंडारी ने हर्ष महाजन को जिताने में एक अहम भूमिका निभाई। बीजेपी में आने से पहले तरुण भंडारी हरियाणा कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वे कांग्रेस को अलविदा कहकर बीजेपी में शामिल हो गए थे।