गेयटी थियेटर में आयोजित हथकरघा प्रदर्शनी में शनिवार को खरीददारों की भीड़ उमड़ी।इस प्रदर्शनी का उद्देश्य हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाना है।प्रदर्शनी में वूलन के उत्पादों के साथ ही काष्ठ कला की वस्तुएं भी लगाई गई हैं, जो कि लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।ये प्रदर्शनी हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम की ओर से विकास आयुक्त हस्तकला वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से लगाई गई है।प्रदर्शनी में प्रदेशभर के अलग-अलग क्षेत्रों से हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम में काम कर रहे कारीगर अपने उत्पादों को लेकर लोगों के बीच आए हैं।
यहां पर कुल्लू शॉल, याक वूल, पश्मीना शॉल, मफलर, गर्म लेडीज सूट, वूलन जुराबें, नेहरू जैकेट, वूलन स्वेटर, कुल्लू टोपी, चंबा रुमाल तो मिल ही रहा है, लेकिन इसके अलावा प्रदेश की देव परंपरा पर आधारित ब्रास के आइटम्स इस प्रदर्शनी में शामिल की गई हैं।प्रदर्शनी में पारंपरिक वाद्य यंत्रों को छोटी-छोटी गिफ्ट आइटम्स के रूप में तैयार किया गया है तो वहीं काष्ठ कला की वस्तुएं भी आकर्षण का केंद्र प्रदर्शनी में बनी हुई है. प्रदर्शनी में लोगों को जहां पर हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के हाथों से बनाए गए वूलन उत्पाद मुहैया करवाए जा रहे हैं तो वहीं पर काष्ठ कला से बने उत्पाद इस प्रदर्शनी में शामिल किए गए हैं।प्रदर्शनी में बाजार से कम कीमतों पर उत्पाद लगाए गए हैं ताकि कारीगरों को मुनाफा हो सके।