पांवटा साहिब: गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव के पवित्र अवसर पर भारी बारिश के बीच ऐतिहासिक गुरुद्वारे में कम संख्या में सँगते आई। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी खासा ध्यान रखा गया। गुरु गोविंद सिंह के इस प्रकाशोत्सव में भव्य नगर कीर्तन निकाला जाता था, लेकिन इस बार फिर कोरोना का ग्रहण लग गया है। कोविड की तीसरी लहर यानी कोविड का नया वेरियंट ओमिक्रोन से लोग अब सतर्कता बरतते नजर आ रहे हैं। गुरुद्वारा प्रबंधन कमेठी के प्रधान जत्थेदार हरभजन सिंह ने कहा कि आज कोरोना ने नानक के इस प्रकाशोत्सव पर ग्रहण लगा दिया है, दूसरी ओर बारिश में थमने का नाम नही ले रही , जिसके कारण इन बार नानक का यह उत्सव फीका रहा है। दूर -दराज व बाहरी राज्यों से भी संगतें गुरुद्वारा में नही पहुंची हैं,क्योंकि कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर कहीं न कहीं राज्यों में अब पाबंदियां लगा दी गयी है,और प्रदेश की सीमाओं पर खाकी का पहरा तैनात है। उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरे पांवटा शहर में नगर कीर्तन निकाला जाता था, दुल्हन की तर्ज गुरु की नगरी को सजाया जाता था, लेकिन इस बार सूक्ष्म रूप से नानक का उत्सव मनाया जा रहा है ,सभी कार्यक्रम कोरोना के कारण स्थगित करना पड़े। उन्होंने अभी संगतों से भी अपील की है जो भी गुरु के द्वार में शीश नवाजने आ रहे हैं,वह सभी कोविड प्रोटोकॉल का खास ध्यान रखे।
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