मुख्यमंत्री जयराम के संरक्षण में हुआ 9 अरब 94 करोड़ से अधिक का आउटसोर्स भर्ती घोटाला, 125 में से 110 कंपनियों का रिकॉर्ड ही नहीं
दिल्ली में आप सरकार ने बंद की ठेकेदारी प्रथा, सीधे सरकार करती है भर्ती , बेरोजगार युवा तय करें, छलावा करने वाली सरकार चाहिए या सरकारी नौकरी देने वाली सरकार
शिमला; आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने सीधे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर निशाना साधते हुए भ्रष्टाचार के आरोप दागे। शिमला में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सुरजीत ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के संरक्षण में आउटसोर्स भर्ती में 9 अरब 94 करोड़ से अधिक का घोटाला हुआ है। मंत्रियों और मंत्रियों के चहेतों को फायदा देने के लिए सरकार ने घोटाला किया है। यह घोटाला सरकारी विभागों में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों के लिए पॉलिसी बनाने के लिए एकत्र किए गए आंकड़ों से सामने आया है। जिसमें खुलासा हुआ कि प्रदेश के 27633 युवाओं को आउटसोर्स पर रोजगार देने वाली 125 कंपनियों में से 110 फर्जी कंपनियां है। सरकार को 110 कंपनियों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। 125 कंपनियों में से मात्र 15 कंपनियों के बारे में सरकार को जानकारी हासिल हुई है। जिससे साबित होता है कि प्रदेश में आउटसोर्स के नाम पर ठेकेदारी से नौकरी देने के मामले में अरबों रुपए का घोटाला हुआ है। सुरजीत ठाकुर ने कहा कि सरकार इसकी सीबीआई जांच कराए और दोषियों को सलाखों के पीछे किया जाए।
सुरजीत ठाकुर ने आंकड़े पेश करते हुए बताया कि प्रदेश में सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 27633 आउटसोर्स कर्मचारी है। प्रति कर्मचारी का वेतन 20 हजार रुपए प्रतिमाह मान लिया जाए तो आउटसोर्स के आधार पर नौकरी देने वाली कंपनियों को 30 प्रतिशत कमीशन जाता है। इस हिसाब से एक कर्मचारी से एक महीने में 6 हजार रुपए ठेकेदार कंपनी को कमीशन जाता है। इसे एक वर्ष और पांच वर्ष के हिसाब से देखा जाए तो यह आंकड़ा 9 अरब 94 करोड़ 78 लाख रुपए से अधिक घोटाले का खुलासा हुआ है। सरकार करोड़ों रुपए का कर्ज ले रही है और अपने चहेतों को बांट रही है।
सुरजीत ठाकुर ने कहा कि हिमांचल में जयराम सरकार के नाक के नीचे एक के बाद एक घोटाले हो रहे पुलिस पेपर लीक के बाद अभी एक बड़ा मामला सामने आया है। हिमांचल के इस बड़े घोटाले ने एक बार फिर जयराम और भाजपा सरकार को बेनकाब कर दिया है। कैसे सरकार की मिलीभगत से हिमांचल के युवाओं के साथ इतना बड़ा धोखा किया गया। प्रदेश के 27633 ओउटसोर्से युवाओं के साथ सीधे धोखा किया जा रहा है। इस बड़े घोटाले में सीधे तौर पर जयराम सरकार के नेता, मंत्री मिले हुए हैं क्यूंकि अगर जांच होगी तो पता चल जाएगा इन फर्जी कंपनियों के तार भाजपा नेता और मंत्रियों से सीधे जुड़े हैं जो की मिलकर हिमांचल के बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी इस पुरे घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए युवाओं के साथ धोखा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करती है यही नहीं आप इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहती है सीबीआई को आम आदमी पार्टी के नेताओं के पीछे समय बर्बाद करके कुछ नहीं मिलने वाला क्यों कि हमने कुछ किया नहीं बल्कि सीबीआई को ऐसे मामलों में तुरंत जांच कर अपराधियों को सलाखों के पीछे डालने का काम करना चाहिए। सीएम जयराम से ये पूछना चाहते क्यों हिमाचल के बेरोजगारों से आप धोखा करते रहे। अब ओउटसोर्से पर लगे रोजगार युवाओं से भी आप धोखा कर रहे हैं। जयराम जी आपके नाक के नीचे पांच साल से काला कारोबार चलता रहा जनता को बताएं क्या इसके पीछे आपकी कोई शह है या आप इतने गैर जिम्मेदार हैं की आपको कुछ पता ही नहीं चला।
सुरजीत ठाकुर ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने पांच साल पहले ही ठेकेदारी प्रथा को बंद कर दिया है। दिल्ली में सीधे सरकार ही युवाओं को रोजगार देती है। प्रदेश में भी आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर ठेकेदारी प्रथा को बंद किया जाएगा। अब युवाओं को तय करना है कि उन्हें ठेकेदारी प्रथा वाली सरकार चाहिए जो घोटाला करती है या फिर सीधे सरकारी नौकरी देने वाली सरकार चाहिए। सुरजीत ठाकुर ने बताया कि हिमाचल सरकार ने मार्च 2020 से बेरोजगारों के आंकड़े बेबसाइट पर अपडेट नहीं किए हैं। मार्च 2020 के आधार पर प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या 8 लाख 77 हजार से अधिक है। 2022 तक यह आंकड़ा 10 लाख से अधिक हो गया है। जिससे साबित होता है कि प्रदेश में जयराम सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है और आउटसोर्स के नाम पर रोजगार देकर घोटाला भी कर रही है और बेरोजगार युवाओं के साथ ठगी भी कर रही है।