रेणुका गौतम, कुल्लू : सरकार जहां विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न वर्गों के लिए रोजगार सृजन एवं कल्याणकारी कार्यक्रम चला रहे हैं, वही युवाओं के लिए स्वरोजगार तथा कौशल विकास के कई कार्यक्रम विभिन्न विभागों के माध्यम से चलाए जा रहे हैं। वहीं सरकार द्वारा स्वरोजगार स्थापित करने के लिए कई ऋण तथा अनुदान के कार्यक्रम भी शुरु किए गए हैं।
लाहौल स्पीति से संबंध रखने वाले वर्तमान में कुल्लू में रह रहे विश्वजीत भानु का कहना है कि फिटनेस के व्यवसाय से काफी समय से जुड़े हुए हैं, और कई प्रतिस्पर्धा में विजेता रह चुके हैं। फिटनेस के क्षेत्र को ही अपने कैरियर के रूप में स्थापित करने का विचार काफी देर से बना, क्योंकि किसी भी जगह जिम को खोलना एक बहुत ही लंबी प्रक्रिया रहती है। कुछ मित्रों, जोकि फिटनेस के व्यवसाय से ही संबंधित थे उन्होंने सरकार की मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना को लेकर जानकारी दी। गौरतलब है कि इस योजना के अंतर्गत सरकार युवाओं को रोजगार के लिए ऋण प्रदान करती है। भानु ने कहा कि योजना संबंधित जानकारी मिलते ही उन्होंने जिला उद्योग केंद्र से बातचीत कर एक बैंक से सम्पर्क किया।
विश्वजीत भानु ने आगे बात करते हैं बताया कि बैंक से बातचीत होने के बाद उन्होंने विभाग द्वारा बताई गई सारी औपचारिकताएं पूरी करके मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अन्तर्गत 40 लाख के ऋण के लिए आवेदन किया। जिम स्थापित होने पर आज उन्हें 70 हज़ार के करीब किश्त ऋण चुकाने के लिए देनी पड़ती है। उन्हे इस स्कीम में 25% का ऋण अनुदान प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की तारीफ करते हुए विश्वजीत भानु ने कहा बिना इस योजना के इस व्यवसाय को स्थापित करना उनके लिए बहुत मुश्किल हो जाता। परंतु सरकार से ऋण मिलने पर सिर्फ़ 3 महीनों के भीतर ही यह जिम स्थापित किया। आज उनके पास औसतन 100 के क़रीब लोग व्यायाम के लिए आते हैं। प्रति व्यक्ति 3000 तक फीस रहती है।
जिम में आने वाले मोहित का कहना है कि दो सालों से जिम में वर्कआउट कर रहे हैं। उनका कहना है कि अब युवा अपनी फिटनेस के प्रति ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। तो वहीं बंजार के बठाहड़ के रहने वाले युवा बिट्टू वहां जिम में प्रशिक्षक के तौर पर कार्य कर रहे हैं, कहते हैं कि वह अपनी पढ़ाई के साथ साथ आज उन्हें रोजगार भी मिला है।