तीनन वैली एग्जॉटिक क्लब द्वारा वितरित की गई विदेशी सब्जियां
रेणुका गौतम, कुल्लू : आजकल मार्केट में जहां साधारण सी सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं, तो जरा सोचिए एग्जॉटिक वेजिटेबल्स यानी विदेशी सब्जियों जो हमारी जमीन पर उगाई जाती है, उनके दाम जो हमेशा ही काफी ऊंचे रहते हैं और महंगे रेस्टोरेंट होटल में उनकी डिमांड हमेशा रहती है। अगर यही एग्जॉटिक वेजिटेबल्स यानी विदेशी सब्जियां मुफ्त में खुले दिल से बांटी जाए तो क्या नज़ारा होगा ?
दरअसल यह नज़ारा देखने को मिला आज कुल्लू शहर में, जहां एग्जॉटिक वेजिटेबल्स जैसे ब्रॉकली, आइसबर्ग और साथ में स्क्वैश इत्यादि के तीन ट्रक भरकर लोगों के बीच में मुफ्त में बांटी गई। यह कार्य जिला लाहौल स्पीति के तीनन घाटी एग्जॉटिक क्लब द्वारा किया गया। क्लब के सदस्यों ने बताया कि दरअसल यह निर्णय उन्होंने इसलिए लिया क्योंकि आजकल बाढ़ के पश्चात जगह-जगह सड़क मार्ग बाधित होने के चलते इन सब्जियों की सप्लाई बड़े शहरों में करना अब बहुत मुश्किल या फिर यूं कहे कि नामुमकिन सा हो चुका है। लेकिन इससे पहले कि सब्जियां सप्लाई न होने की वजह से रखे रखे ही खराब हो जाए तो बेहतर होगा कि इन्हें जरूरतमंदों के मध्य मुफ्त में बांट दिया जाए। ताकि इनका सही इस्तेमाल हो सके।
गौरतलब है कि यह सब्जियां बहुत महंगे दामों में बिकती है और दिल्ली मुंबई जैसे बड़े-बड़े शहरों के फास्टफूड तैयार करने वाली जानी मानी कंपनियों में इनकी भारी डिमांड रहती है। तीनन वैली एक्जोटिक क्लब द्वारा ऐसी सब्जियों के तीन ट्रक जिसकी कीमत लाखों में होगी, शहर भर में बांटे गए। जिनमें जिला अस्पताल कुल्लू के बाहर रोगियों के तीमारदार और रोगियों की सेवा में तत्पर समाज सेवी संस्थाएं जो रोगियों को भोजन उपलब्ध कराने का काम समर्पित होकर करती है, के बीच खुले दिल से बांटी गई।
शहर के अलावा आसपास की कई समाज सेवी संस्थाओं, अनाथ आश्रमों और गरीबों के मध्य भी बांटी गई। इसके अलावा घाटी में तैयार लिलियम फूलों के गुलदस्ते जिनकी कीमत भी बड़े शहरों में काफ़ी अधिक होती है, इनके गुलदस्ते क्षेत्रीय अस्पताल कल्लू के चिकित्सकों सहित पूरे स्टाफ को भेंट किए गए।