शिमला: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक शिमला, हिमाचल प्रदेश में 27-29 मई को सरस्वती विद्या मंदिर हिमरश्मि परिसर में होने जा रही है। देश भर के विभिन्न प्रांतों से 468 प्रतिनिधि इस बैठक में भाग लेंगे जिसमें प्राज्ञिक विद्यार्थी परिषद नेपाल से भी प्रतिनिधि बैठक में सम्मिलित होंगे। यह बैठक 40 वर्षों के बाद हिमाचल में आयोजित होने जा रही है।
राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक से पूर्व, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक 25 मई को आयोजित होगी जिसमें कार्यसमिति के सदस्य समाज से सम-सामयिक विषयों पर चर्चा करेंगे। 26 मई को एक नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया है जिसमें हिमाचल प्रदेश के प्रबुद्ध नागरिक सम्मिलित होंगे एवं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसी क्रम में 26 मई को आयाम-कार्य-गतिविधि बैठक भी रहेगी जिसमें विद्यार्थी परिषद के सभी आयामों के कार्यों पर विस्तार से चर्चा एवं आगामी समय में उनके कार्य की दिशा सुनिश्चित की जाएगी।
यह बैठक विद्यार्थी परिषद के कार्य की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण रहती है। गत एक वर्ष में किये गए कार्यों की समीक्षा एवं अभाविप के 75वे वर्ष के कार्यों की योजना इसी बैठक में की जाएगी। बैठक में चार प्रस्ताव भी प्रतिनिधियों के समक्ष रखे जाएंगे, और उनपर विस्तार पूर्वक चर्चा की जाएगी। इसके अलावा एक आवाह्न भी बैठक में किया जाएगा। यह चारों प्रस्ताव आने वाले एक वर्ष में, शिक्षण परिसरों में अभाविप की सक्रियता को दिशानिर्देशित करेंगे। प्रस्तावों के निमित्त प्रस्ताव समिति ने 23 मई को बैठक कर, प्रस्तावों की रूपरेखा सुनिश्चित की है।
राष्ट्रीय कार्यसमिति की यह बैठक एक ऐसे विशेष समय में होने जा रही है, जब देश आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर किए गए कार्यों की समीक्षा करेंगे तथा अभाविप के 75वें वर्ष का शुभारंभ होने पर किये जाने वाले कार्यों की योजना भी बनाएंगे।
एआईसीटीई के अध्यक्ष देंगे विशेष उद्बोधन।
इस अवसर पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे जी का ‘स्वावलंबी भारत में युवाओं का योगदान’ विषय पर उद्द्बोधन रहेगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, सदैव से ही युवाओं के हर क्षेत्र में स्वावलंबी होने की पक्षधर रही है। अभविप का मानना है कि युवा को नौकरी प्राप्त करने की मानसिकता को छोड़कर रोज़गार के अवसर प्रदान करने वाला बनना चाहिए।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी ने कहा, ” यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक इस वर्ष शिमला में होने जा रही है। पिछली बार यह बैठक हिमाचल में वर्ष 1982 में आयोजित हुई थी। यह बैठक, संगठन कार्य की दृष्टि से बहुत महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यहाँ सम्पन्न हुई सभी चर्चाएं, पारित हुए प्रस्ताव एवं किए गए आवाह्न, आगामी वर्ष के लिए हमारे कार्य की दिशा निश्चित करेंगे। देश भर से आने वाले, विभिन्न प्रांतों के प्रतिनिधि, देश के वर्तमान परिदृश्य के महत्त्वपूर्ण बिंदु सामने रखेंगे एवं उनपर मंथन करें।