शिमला: प्रभारी अधिकारी नाबार्ड डॉ. सुधांशु के.के. मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में हथकरघा क्षेत्र में स्थायी रोजगार के अवसर को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत नाबार्ड हिमाचल प्रदेश ने मंडी जनपद के गोहर ब्लॉक के सरोआ गांव में हथकरघा पर गैर कृषि उत्पादक संगठन के गठन और पोषण के लिए मण्डी साक्षरता एवं जन विकास समिति मण्डी को अनुदान सहायता के रूप में 90 लाख 11 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की है।
सरोआ गांव के 500 से अधिक कारीगरों को उनके हथकरघा उत्पादों के डिजाइन नवाचार और सामूहिक विपणन में सहायता मिलेगी। उल्लेखनीय है कि इस परियोजना के अंतर्गत नाबार्ड तीन साल की अवधि के लिए कारीगरों के प्रशिक्षण क्षमता निर्माण, कार्यशील, पूंजी सहायता, प्रत्यक्ष विपणन, सामान्य सुविधा केन्द्र के लिए बुनियादी ढांचे का समर्थन, उपकरणों के लिए समर्थन और विभिन्न अन्य कार्यों के लिए सहायता व गतिविधियों के लिए अनुदान सहायता प्रदान करेगा।
उन्होंने बताया कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों और बुनकरों की आय में उचित वृद्धि करना, कार्य से सूक्ष्म उद्यमिता में कर्मिक बदलाव लाना, उत्पादकता मंे वृद्धि, उत्पादन का एकत्रीकरण, मूल्यवर्धन तथा ऑफ फार्म के माध्यम से सामूहिक विपणन करना है।
उन्होंने बताया कि इसके तहत कारीगर पट्टू, मफलर, शॉल, स्ट्रॉल आदि का उत्पादन करेगा और उत्पाद और डिजाइन विविधीकरण के लिए प्रयास करेगा।
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