रेणुका गौतम
300 से अधिक ने लिया हिस्सा विशाल सफाई अभियान भी चलाया
कुल्लू : यंग द्रुकपा एसोसिएशन गरशा ने जिला कुल्लू के बिजली महादेव में की इको पदयात्रा की शुरुआत की जिसमे देचेन छोकर गोम्पा शाडाबई के बौद्ध धर्म गुरु सोमंग रिंपोछे और उनके साथ लामा गण व विभिन्न जगह से आए श्रद्धालु व वॉलिंटियर्स इस इको पदयात्रा में शामिल हुए पदयात्रा की शुरुआत प्रातः 7 बजे कुल्लू के ढालपुर से शुरू हुआ और इसकी विधिवत शुरुआत रिंपोछे व लामा गणों द्वारा बिजली महादेव प्रांगण में पूजा अर्चना से की गई जिसमें जगह जगह से आए श्रदालुओं ने हिस्सा लिया । इस पदयात्रा में जहां जनजातीय ज़िला लाहुल स्पिति , किन्नौर , पांगी के श्रदालुओं ने भाग लिया वहीं दिल्ली से आए नारोपा फेलो संजीवन रॉय व सोलो ट्रेवलर पलवी झारखंड ने भी हिस्सा लिया । मंदिर प्रांगण में पूजा अर्चना के बाद रिंपोछे सोमंग ने समस्त श्रदालुओं को प्रकर्ति संरक्षण का संदेश दिया व सभी से अपील किया कि हिमालय के इन बेहद खूबसूरत वादियों को साफ सुथरा रखने में अपनी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर इसके संरक्षण करने को कहा व साथ ही साथ यह भी संदेश दिया कि प्लास्टिक का उपयोग कदापि न करें क्योंकि पर्यावरण को नुकसान सबसे ज्यादा यह प्लास्टिक ही करता है । पूजा पाठ के बाद सभी श्रदालुओं के लिए भोजन का भी प्रबंध एसोसिएशन द्वारा रखा गया ततपश्चात बिजली महादेव परिसर व इसके आसपास में एक विशाल सफाई अभियान का आयोजन भी किया गया जिसमें लगभग 300 वोलेंटियर ने हिस्सा लिया व ढेरों कूड़ा करकट इकट्ठा कर कुल्लू लाया गया । वाईडीए के प्रेस सचिव कुंगा ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह यंग द्रुकपा एसोसिएशन गरशा के 6 वीं इको पदयात्रा है और लोगों ने इसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया वहीं यंग द्रुकपा एसोसिएशन गरशा के जॉइंट सेकेरेटेरी तेनजिन ने बताया कि इस इको पदयात्रा को सफल बनाने में जिला प्रशासन कुल्लू एसडीएम , बीडीओ , नेहरू युवा केंद्र व अन्य संस्थाओं का बहुत सहयोग रहा और एकदिवसीय इको पदयात्रा को सफल बनाने में मददगार साबित हुआ । प्रेस सचिव कुंगा ने बताया कि वाईडीए गरशा इस से पूर्व भी लाहुल स्पिति व अन्य धार्मिक स्थलों पर इस तरह के पदयात्रा व सफाई अभियान चला चुके हैं जो बेहद कामयाब भी रहा और लोगों ने उनके संदेश को अपनाया भी है उन्होंने बताया कि लाहुल स्पिति में जून माह मे दूसरा इको फेस्टिवल करवाया जाएगा जिसमे देश विदेश से आए सैंकड़ो लोग हिस्सा लेंगे जिसमे पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करेंगे और इस साल भी इस पदयात्रा को भव्य व सफलता पूर्वक आयोजित किया जाएगा । इस पदयात्रा में 350 से अधिक श्रदालुओं ने हिस्सा लिया ।